Siddique-e-Akbar Ka Kirdar O Farameen

Book Name:Siddique-e-Akbar Ka Kirdar O Farameen

ख़ात़िर क़ुरबानी देने का जज़्बा मौजूद है ? सह़ाबए किराम عَلَیْہِمُ الرِّضْوَان और बुज़ुर्गाने दीन رَحْمَۃُاللّٰہِ عَلَیْہِمْ اَجْمَعِیْن तो जानो माल की क़ुरबानी देने से भी नहीं घबराते थे लेकिन अफ़्सोस ! हम से सिर्फ़ वक़्त की क़ुरबानी भी नहीं दी जाती ।

याद रखिये ! जो दीने इस्लाम की मदद करता है, अल्लाह पाक उस की मदद फ़रमाता है । जैसा कि पारह 17, सूरतुल ह़ज की आयत नम्बर 40 में इरशाद होता है :

وَ لَیَنْصُرَنَّ اللّٰهُ مَنْ یَّنْصُرُهٗؕ-(پ۱۷،حج:۴۰)

तर्जमए कन्ज़ुल इ़रफ़ान : और बेशक अल्लाह उस की ज़रूर मदद फ़रमाएगा जो उस के दीन की मदद करेगा ।

          प्यारे प्यारे इस्लामी भाइयो ! आप ने सुना कि अल्लाह करीम उस की मदद फ़रमाएगा जो उस के दीन की मदद करेगा । ह़ज़रते सय्यिदुना क़तादा رَضِیَ اللّٰہُ عَنْہ फ़रमाते हैं : अल्लाह पाक पर ह़क़ है कि वोह उस की मदद करे जो उस (के दीन) की मदद करे । (تفسیر درمنثور۷/۴۶۲) ह़कीमुल उम्मत, ह़ज़रते मुफ़्ती अह़मद यार ख़ान رَحْمَۃُ اللّٰہ عَلَیْہ इरशाद फ़रमाते हैं : औलियाउल्लाह की मदद करना, नबी की ख़िदमत, इ़ल्मे दीन फैलाना, सब अल्लाह (पाक) के दीन की मदद है ।

(नूरुल इ़रफ़ान, पा. 17, ह़ज, तह़्तुल आयत : 40, स. 537)

          लिहाज़ा हमें चाहिये कि हम भी अल्लाह करीम की रिज़ा ह़ासिल करने की निय्यत से दीने इस्लाम के पैग़ाम को आ़म करने का जज़्बा अपने अन्दर पैदा करें । दीने ख़ुदा की मदद करने वालों की मदद कैसे होती है ? उन की मदद कौन करता है ? उन को कैसी साबित क़दमी नसीब होती है ? आइये ! सुनते हैं । चुनान्चे, पारह 26, सूरए मुह़म्मद की आयत नम्बर 7 में इरशाद  होता है :

یٰۤاَیُّهَا الَّذِیْنَ اٰمَنُوْۤا اِنْ تَنْصُرُوا اللّٰهَ یَنْصُرْكُمْ وَ یُثَبِّتْ اَقْدَامَكُمْ(۷)(پ۲۶،محمد:۷)

तर्जमए कन्ज़ुल इ़रफ़ान : ऐ ईमान वालो ! अगर तुम अल्लाह के दीन की मदद करोगे, तो अल्लाह तुम्हारी मदद करेगा और तुम्हें साबित क़दमी अ़त़ा फ़रमाएगा ।