Siddique-e-Akbar Ka Kirdar O Farameen

Book Name:Siddique-e-Akbar Ka Kirdar O Farameen

तर्जमए कन्ज़ुल इ़रफ़ान : और अ़न क़रीब सब से बड़े परहेज़गार को उस आग से दूर रखा जाएगा ।

बयान कर्दा आयते मुक़द्दसा में "اَتْقٰی" (या'नी सब से बड़ा परहेज़गार) से मुराद अमीरुल मोमिनीन, सय्यिदुना सिद्दीक़े अक्बर رَضِیَ اللّٰہُ عَنْہ हैं ।

          प्यारे प्यारे इस्लामी भाइयो ! आप ने सुना कि अल्लाह करीम की बारगाह में अमीरुल मोमिनीन, ह़ज़रते सय्यिदुना सिद्दीक़े अक्बर رَضِیَ اللّٰہُ عَنْہ को कितना बड़ा मक़ाम ह़ासिल है कि कई आयाते मुबारका आप رَضِیَ اللّٰہُ عَنْہ के ह़क़ में नाज़िल हुईं । इसी त़रह़ उम्मतियों पर रह़मो करम फ़रमाने वाले प्यारे आक़ा صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ की बारगाह में भी आप رَضِیَ اللّٰہُ عَنْہ का मक़ाम बहुत आ'ला था । चुनान्चे,

बारगाहे रिसालत में मक़ामे सिद्दीक़े अक्बर

        ह़ज़रते सय्यिदुना अबू उ़स्मान رَضِیَ اللّٰہُ عَنْہ से रिवायत है, सह़ाबए किराम عَلَیْہِمُ الرِّضْوَان ने अ़र्ज़ की : या रसूलल्लाह صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ ! लोगों में आप को सब से बढ़ कर कौन मह़बूब है ? अल्लाह करीम की अ़त़ा से ग़ैब की ख़बरें देने वाले नबी صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ ने इरशाद फ़रमाया : आ़इशा (رَضِیَ اللّٰہُ عَنْھَا) । उन्हों ने दोबारा अ़र्ज़ किया : मर्दों में से कौन है ? फ़रमाया : आ़इशा (رَضِیَ اللّٰہُ عَنْھَا) के वालिद । (صحیح البخاری،کتاب المغازی ،غزوۃ ذات السلاسل ،الحدیث:۴۳۵۸، ج۳، ص۱۲۶مختصرا) (या'नी ह़ज़रते सय्यिदुना अबू बक्र सिद्दीक़ رَضِیَ اللّٰہُ عَنْہ)

          ह़ज़रते सय्यिदुना अ़ब्दुल्लाह बिन अ़ब्बास رَضِیَ اللّٰہُ عَنْھُمَا फ़रमाते हैं : मैं ने देखा कि हम गुनाहगारों की शफ़ाअ़त फ़रमाने वाले करीम आक़ा صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ ह़ज़रते सय्यिदुना अ़ली رَضِیَ اللّٰہُ عَنْہ के साथ खड़े थे, इतने में अमीरुल मोमिनीन, ह़ज़रते सय्यिदुना अबू बक्र सिद्दीक़ رَضِیَ اللّٰہُ عَنْہ ह़ाज़िर हुवे, तो हम गुनाहगारों की शफ़ाअ़त फ़रमाने वाले रसूल صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ ने आगे बढ़ कर उन से हाथ मिलाया फिर गले लगा कर आप رَضِیَ اللّٰہُ عَنْہ का मुंह चूम लिया और