Book Name:Allah waloon ki Namaz
अ़ज़ाब जिस को होगा उसे आग के जूते पहनाए जाएंगे जिन से उस का दिमाग़ खौलने लगेगा ।
(بخاری، باب صفۃ الجنۃ والنار ، ۴/۲۶۲،حدیث:۶۵۶۱)
صَلُّوْا عَلَی الْحَبِیْب! صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلٰی مُحَمَّد
मीठे मीठे इस्लामी भाइयो ! जहन्नम के अ़ज़ाब से बचने के लिये हमें भी नमाज़ की पाबन्दी शुरूअ़ कर देनी चाहिये और आज तक जितनी नमाज़ें क़ज़ा हुईं उन्हें भी फ़िलफ़ोर अदा कर लेना चाहिये वरना जहन्नम का दर्दनाक अ़ज़ाब हम से हरगिज़ बरदाश्त न हो सकेगा । जल्द अज़ जल्द नमाज़ छोड़ने के गुनाह से तौबा कर लीजिये और नमाज़ की तमाम ज़ाहिरी व बात़िनी सुन्नतों और आदाब को मल्ह़ूज़ रखते हुवे नमाज़ शुरूअ़ कर दीजिये । हमारी एक ता'दाद ऐसी है जिन्हें नमाज़ के बुन्यादी मसाइल ही मा'लूम नहीं जिस की वज्ह से वोह अपनी नमाज़ें ज़ाएअ़ कर बैठते हैं । अपनी नमाज़ों को ग़लत़ियों से बचाने, इस की अदाएगी का सह़ीह़ त़रीक़ा सीखने और नमाज़ के ज़रूरी मसाइल जानने के लिये "फै़ज़ाने नमाज़ कोर्स" में दाख़िला ले लीजिये ।
اَلْحَمْدُ لِلّٰہ عَزَّ وَجَلَّ दा'वते इस्लामी के तह़त लोगों की नमाज़ें ज़ाएअ़ होने से बचाने के लिये सात दिन का येह रिहाइशी कोर्स करवाया जाता है जिस में इस्लामी भाइयों को वुज़ू व ग़ुस्ल के ज़रूरी मसाइल सिखाए जाते हैं, नमाज़ के शराइत़ व फ़राइज़,