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Book Name:Ghous Pak Ka Ilmi Maqam

कारोबार के लिये तो औलाद को मालो दौलत देते हैं लेकिन दीनी ता'लीम में मदद नहीं करते ।

          इस वाक़िए़ से येह भी मा'लूम हुवा कि ह़ुज़ूरे ग़ौसे पाक رَحْمَۃُ اللّٰہ ِتَعَالٰی عَلَیْہ सच्चाई के किस क़दर पैकर थे कि आप رَحْمَۃُ اللّٰہ ِتَعَالٰی عَلَیْہ ने अपनी उ़म्र के किसी ह़िस्से में भी झूट का सहारा न लिया, अपने तमाम मुआ़मलात की बुन्याद सच्चाई और दियानत दारी पर रखी जिस की एक बड़ी वज्ह आप رَحْمَۃُ اللّٰہ ِتَعَالٰی عَلَیْہ की नेक सीरत वालिदा, ह़ज़रते सय्यिदतुना उम्मुल ख़ैर फ़ात़िमा رَحْمَۃُ اللّٰہ ِتَعَالٰی عَلَیْہَا की उ़म्दा तरबिय्यत भी है । जैसा कि हम ने सुना कि आप رَحْمَۃُ اللّٰہ ِتَعَالٰی عَلَیْہ की वालिदए माजिदा رَحْمَۃُ اللّٰہ ِتَعَالٰی عَلَیْہَا ने आप رَحْمَۃُ اللّٰہ ِتَعَالٰی عَلَیْہ से हमेशा सच्चाई पर क़ाईम रहने का अ़ह्द लिया, लिहाज़ा हमें भी चाहिये कि हम अपने बच्चों की इस्लामी तरबिय्यत करें, ख़ुद भी हमेशा सच बोलें और उन्हें भी बचपन ही से सच बोलने की तरग़ीब दें ।

          हमारे प्यारे आक़ा, मक्की मदनी मुस्त़फ़ा صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ ने झूट से बचने और सच्चाई का रास्ता इख़्तियार करने की ताकीद करते हुवे इरशाद फ़रमाया : सच्चाई को लाज़िम कर लो क्यूंकि सच्चाई नेकी की त़रफ़ ले जाती है और नेकी जन्नत का रास्ता दिखाती है, आदमी बराबर सच बोलता रहता है और सच बोलने की कोशिश करता रहता है, यहां तक कि वोह अल्लाह पाक के नज़दीक बहुत सच बोलने वाला लिख दिया जाता है और झूट से बचो क्यूंकि झूट गुनाह की त़रफ़ ले जाता है और गुनाह जहन्नम का रास्ता दिखाता है और आदमी बराबर झूट बोलता रहता है और झूट बोलने की कोशिश करता है, यहां तक कि वोह अल्लाह पाक के नज़दीक बहुत झूटा लिख दिया जाता है ।

(مسلم ،کتاب البر و الصلۃ،باب قبح الکذب و حسن الصدق وفضلہ،ص ۱۴۰۵،حدیث:۲۶۰۷)

          मीठे मीठे इस्लामी भाइयो ! اَلْحَمْدُ لِلّٰہ शैख़े त़रीक़त, अमीरे अहले सुन्नत, बानिये दा'वते इस्लामी, ह़ज़रते अ़ल्लामा मौलाना अबू बिलाल मुह़म्मद इल्यास अ़त़्त़ार क़ादिरी रज़वी ज़ियाई دَامَتْ بَرْکَاتُھُمُ الْعَالِیَہ ने बच्चों और बड़ों की मदनी तरबिय्यत के लिये सच्ची कहानियां लिखी हैं, जिन में बहुत ही प्यारे प्यारे उ़न्वानात हैं, अन्दाज़ भी बहुत आसान रखा है ताकि बच्चे भी आसानी से समझ सकें । इन रिसालों में इन्तिहाई उ़म्दा सफ़ह़ात इस्ति'माल करने के इ़लावा जगह जगह तस्वीरी ख़ाके भी बनाए गए हैं ताकि बच्चों को पढ़ने में दिलचस्पी हो । बच्चों की येह कहानियां मक्तबतुल मदीना से हदिय्यतन त़लब कीजिये, दा'वते इस्लामी की वेबसाइट www.dawateislami.net से आप इन कहानियों को पढ़ भी सकते हैं, डाउन लोड भी कर सकते हैं और इस की प्रिन्ट भी निकाल सकते हैं । इन रसाइल के नाम येह हैं : (1) नूर वाला चेहरा (2) फ़िरऔ़न का ख़्वाब (3) बेटा हो तो ऐसा ! (4) झूटा चोर (5) दूध पीता मदनी मुन्ना ।

          "नूर वाला चेहरा" येह रिसाला पढ़ेंगे या बच्चों को पढ़ाएं या सुनाएंगे, तो اِنْ شَآءَ اللّٰہ दिल में प्यारे नबी, रसूले हाशिमी, मक्की मदनी, मुह़म्मदे अ़रबी صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ के बचपन शरीफ़ के वाक़िआ़त सुन कर आप صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ की मह़ब्बत बढ़ेगी और



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