Book Name:Hazrat Ibraheem Ki Qurbaniyain
आप عَلَیْہِ السَّلَام का तआरुफ़
आप عَلَیْہِ الصَّلٰوۃُ وَالسَّلَام का नाम "इब्राहीम" है । इब्राहीम सुरयानी ज़बान का लफ़्ज़ है, इस के मा'ना हैं "अबुन रह़ीम" (या'नी मेहरबान बाप) चूंकि आप बच्चों पर बहुत मेहरबान थे नीज़ मेहमान नवाज़ी और रह़मो करम में आप عَلَیْہِ الصَّلٰوۃُ وَالسَّلَام मश्हूर हैं, इसी लिये आप को इब्राहीम कहा जाता है । बा'ज़ लोगों ने कहा है कि इब्राहीम अस्ल में अबरम था, जिस के मा'ना हैं बुज़ुर्ग, चूंकि आप बहुत से अम्बियाए किराम (عَلَیْھِمُ الصَّلٰوۃُ وَالسَّلَام) के वालिद हैं और सारे दीनों में आप की इ़ज़्ज़त ह़त्ता कि मुश्रिकीने अ़रब भी आप की अ़ज़मत बयान करते थे, इस लिये आप का नामे नामी इब्राहीम हुवा । (तफ़्सीरे नई़मी, 1 / 618, मुल्तक़त़न)
आप عَلَیْہِ الصَّلٰوۃُ وَالسَّلَام की कुन्यत "अबुज़्ज़ैफ़ान" या'नी बहुत मेहमान नवाज़ है क्यूंकि आप का घर सड़क के किनारे था, जो भी वहां से गुज़रता आप उस की मेहमान नवाज़ी करते थे । (تفسیرِ خازن،تحت قولہ و من احسن دیناممن اسلم،۱/۴۳۴)
आप عَلَیْہِ الصَّلٰوۃُ وَالسَّلَام की विलादत सरज़मीने "अहवाज़" के मक़ाम "सौस" में हुई फिर आप के वालिद आप को "बाबिल" मुल्के नमरूद में ले आए । अल्लाह करीम ने आप عَلَیْہِ الصَّلٰوۃُ وَالسَّلَام को ह़िक्मत व दानाई से सरफ़राज़ फ़रमाया और आप عَلَیْہِ الصَّلٰوۃُ وَالسَّلَام को ज़मीनो आसमान की तमाम अश्या का मुशाहदा भी कराया । चुनान्चे, इरशादे रब्बानी है :
وَ كَذٰلِكَ نُرِیْۤ اِبْرٰهِیْمَ مَلَكُوْتَ السَّمٰوٰتِ وَ الْاَرْضِ وَ لِیَكُوْنَ مِنَ الْمُوْقِنِیْنَ(۷۵) (پارہ:۷، الانعام: ۷۵)
तर्जमए कन्ज़ुल इ़रफ़ान : और इसी त़रह़ हम इब्राहीम को आसमानों और ज़मीन की अ़ज़ीम सल्त़नत दिखाते हैं और इस लिये कि वोह ऐनुल यक़ीन वालों में से हो जाए ।