Hazrat Ibraheem Ki Qurbaniyain

Book Name:Hazrat Ibraheem Ki Qurbaniyain

आज़माइश फ़रमाता है और उन मुश्किलात पर सब्र करने पर वोह रह़ीमो करीम रब्बे करीम अपनी रह़मत से उन्हें बे शुमार अज्रो सवाब और बुलन्द दरजात से भी नवाज़ता है । हमें भी चाहिये कि जब भी नेकी की दा'वत देते वक़्त कहीं मुश्किलात और मुसीबतों का सामना करना पड़े, तो रिज़ाए इलाही की ख़ात़िर इसे बरदाश्त करते हुवे सब्र से काम लें, اِنْ شَآءَ اللّٰہ इस की बरकत से अज्रो सवाब का ख़ज़ाना हमारे हाथ आएगा । इस ज़िमन में दो फ़रामैने मुस्त़फ़ा صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ सुनिये और अ़मल का जज़्बा पैदा कीजिये ।

 -1जिस ने मुसीबत पर सब्र किया, यहां तक कि उस (मुसीबत) को अच्छे सब्र के साथ लौटा दिया, तो अल्लाह पाक उस के लिये तीन सौ दरजात लिखेगा, हर एक दरजे के माबैन (या'नी दरमियान) ज़मीनो आसमान का फ़ासिला होगा । ( اَ لْجَامِعُ الصَّغِیر لِلسُّیُوْطِیّ ص۳۱۷ حدیث ۵۱۳۷)

 -2अल्लाह करीम बन्दे को तक्लीफ़ में मुब्तला रखता है, यहां तक कि वोह तक्लीफ़ उस के तमाम गुनाह मिटा देती है । (المستدرک،کتاب الجنائز،باب المریض یکتب لہ من۔۔۔۔۔۔ الخ، الحدیث: ۱۳۲۶، ج۱،ص ۶۶۸)

صَلُّوْا عَلَی الْحَبِیْب!                                صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلٰی مُحَمَّد

8 मदनी कामों में से एक मदनी काम "मदनी दौरा"

मीठी मीठी इस्लामी बहनो ! हम ने ह़ज़रते सय्यिदुना इब्राहीम عَلَیْہِ الصَّلٰوۃُ وَالسَّلَام के बारे में सुना कि आप ने नेकी की दा'वत की राह में कैसी कैसी मुश्किलात का सामना किया लेकिन फिर भी पीछे हटने के बजाए इस अहम फ़रीज़े को जारी रखा । हमें भी आप عَلَیْہِ السَّلَام की इस सुन्नत पर अ़मल करते हुवे गुनाहों में मश्ग़ूल रहने वाले और नमाज़ों में सुस्ती करने या न पढ़ने वाले मुसलमानों को नेकी की दा'वत देनी चाहिये । इस काम को अच्छे अन्दाज़ से करने के लिये दा'वते इस्लामी के मदनी माह़ोल से वाबस्ता हो जाइये और ज़ैली ह़ल्के़ के 8 मदनी कामों में ख़ूब ख़ूब ह़िस्सा लीजिये । जै़ली ह़ल्क़े के 8 मदनी कामों में से हफ़्तावार एक मदनी काम "मदनी दौरा" भी है, जिस के ज़रीए़