Bahan Bhaiyon Ke Sath Husne Sulook

Book Name:Bahan Bhaiyon Ke Sath Husne Sulook

इख़्लास वालों की क़ुरबानी क़बूल करता है, अगर तू मुत्तक़ी होता, तो ज़रूर तेरी क़ुरबानी क़बूल होती । (अ़जाइबुल क़ुरआन मअ़ ग़राइबुल क़ुरआन, स. 85-86, मुलख़्ख़सन, सिरात़ुल जिनान, 2 / 416, तह़तुल आयत : 27, मुलख़्ख़सन)

        मीठे मीठे इस्लामी भाइयो ! क़ाबील को दुन्या की मह़ब्बत और बुग़्ज़ व ह़सद ने अपने भाई के क़त्ल पर उक्साया और उस ने अपने भाई को क़त्ल कर डाला । आज भी हमारे मुआशरे में एक भाई अपने भाई से उस की इ़ल्मी क़ाबिलिय्यत, बेहतरीन ज़ेहनी सलाह़िय्यत, कसीर मालो दौलत, इ़ज़्ज़त व शराफ़त और बेहतरीन मुलाज़मत व वजाहत को देख कर ह़सद करता है और इस ह़सद की आग में जल कर अपने भाई को नुक़्सान पहुंचाने की कोशिश करता है और अपने भाई से उन ने'मतों के छीन जाने की दुआएं करता है । याद रखिये ! ह़सद करना ह़राम और जहन्नम में ले जाने वाला काम है । चुनान्चे,

          फ़रमाने मुस्त़फ़ा صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ है : اَلْحَسَدُ یَاْکُلُ الْحَسَنَاتِ کَمَا تَاْکُلُ النَّارُ الْحَطَبَ ह़सद नेकियों को यूं खा जाता है जैसे आग ख़ुश्क लक्ड़ियों को खा जाती है । (سنن ابن ماجہ: کتاب الزھدباب الحسد ج۴ /۴۷۲ الحدیث:۴۲۱۰)

        एक और ह़दीसे पाक में नबिय्ये करीम صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ ने उख़ुव्वत व भाईचारे को क़ाइम रखने का त़रीक़ा बताते हुवे इरशाद फ़रमाया : आपस में ह़सद न करो, आपस में बुग़्ज़ो अ़दावत न रखो, पीठ पीछे एक दूसरे की बुराई बयान न करो और ऐ अल्लाह के बन्दो ! भाई भाई बन कर रहो । (بخاری،کتاب الادب،باب  یا ایہاالذین  امنواجتنبوا۔۔الخ    ۴ / ۱۱۷،الحدیث:۶۰۶۶)

        मश्हूर मुफ़स्सिरे क़ुरआन, ह़कीमुल उम्मत, ह़ज़रते मुफ़्ती अह़मद यार ख़ान رَحْمَۃُ اللّٰہ ِتَعَالٰی عَلَیْہ फ़रमाते हैं : बद गुमानी, ह़सद, बुग़्ज़ वग़ैरा वोह चीज़ें हैं जिन से मह़ब्बत टूटती है और इस्लामी भाईचारा मह़ब्बत चाहता है, लिहाज़ा येह उ़यूब छोड़ो ताकि भाई भाई बन जाओ । (मिरआतुल मनाजीह़, 6 / 608)

        मा'लूम हुवा कि ह़सद इस क़दर बुरा फे़'ल है कि इस के सबब न सिर्फ़ हमारे नेक आ'माल ज़ाएअ़ होते हैं बल्कि मुसलमानों की आपस में मह़ब्बत व उख़ुव्वत ख़त्म हो कर दिलों में बुग़्ज़ो अ़दावत पैदा हो जाती है । लिहाज़ा आज