Book Name:Bahan Bhaiyon Ke Sath Husne Sulook
"मजलिसे तराजिम" भी है, जो अमीरे अहले सुन्नत دَامَتْ بَرْکَاتُھُمُ الْعَالِیَہ और मक्तबतुल मदीना की कुतुबो रसाइल का मुख़्तलिफ़ ज़बानों में तर्जमा करने की ख़िदमत सर अन्जाम दे रही है ताकि उर्दू पढ़ने वालों के साथ साथ दुन्या की दीगर ज़बानें बोलने वाले करोड़ों लोग भी फै़ज़याब हो सकें और उन का भी येह मदनी ज़ेहन बन जाए कि "मुझे अपनी और सारी दुन्या के लोगों की इस्लाह़ की कोशिश करनी है, اِنْ شَآءَ اللہ عَزَّ وَجَلَّ ।" इन्तिहाई क़लील अ़र्से में अब तक इस मजलिस के तह़त दुन्या की मुख़्तलिफ़ ज़बानों में शैख़े त़रीक़त, अमीरे अहले सुन्नत دَامَتْ بَرْکَاتُھُمُ الْعَالِیَہ की बहुत सी तसानीफ़ और मक्तबतुल मदीना की कुतुबो रसाइल का तर्जमा हो चुका है । हमें भी चाहिये कि मक्तबतुल मदीना की कुतुबो रसाइल का ख़ुद भी मुत़ालआ करें और अपने दोस्त व अह़बाब को भी पढ़ने की तरग़ीब दिलाएं, तक़्सीम का सिलसिला भी जारी रखें और हो सके, तो नेकी की दा'वत आम करने की निय्यत से तह़ाइफ़ में कुतुबो रसाइल देते रहें ।
صَلُّوْا عَلَی الْحَبِیْب! صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلٰی مُحَمَّد
मीठे मीठे इस्लामी भाइयो ! बयान को इख़्तिताम की त़रफ़ लाते हुवे सुन्नत की फ़ज़ीलत और चन्द सुन्नतें और आदाब बयान करने की सआदत ह़ासिल करता हूं । शहनशाहे नुबुव्वत, मुस्त़फ़ा जाने रह़मत, शम्ए़ बज़्मे हिदायत, नौशए बज़्मे जन्नत صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ का फ़रमाने जन्नत निशान है : जिस ने मेरी सुन्नत से मह़ब्बत की, उस ने मुझ से मह़ब्बत की और जिस ने मुझ से मह़ब्बत की, वोह जन्नत में मेरे साथ होगा । (مشکاۃ الصابیح،کتاب الایمان،باب الاعتصام بالکتاب والسنۃ،الفصل الثانی،۱/۵۵،حدیث:۱۷۵)
सीना तेरी सुन्नत का मदीना बने आक़ा
जन्नत में पड़ोसी मुझे तुम अपना बनाना
क़ब्र व दफ़्न की सुन्नतें और आदाब
मीठे मीठे इस्लामी भाइयो ! आइये ! क़ब्र व दफ़्न की सुन्नतें और आदाब सुनने की सआदत ह़ासिल करते हैं । ٭ मय्यित को दफ़्न करना फ़र्जे़ किफ़ाया है