Hirs kay Nuqsanaat or Qana_at ki Barkaat

Book Name:Hirs kay Nuqsanaat or Qana_at ki Barkaat

अल्लाह पाक के नज़दीक लालच से बड़ा ज़ुल्म कौन सा है ? अल्लाह पाक इस बात पर अपनी इ़ज़्ज़त, अ़ज़मत और जलाल की क़सम बयान फ़रमाता है कि जन्नत में कोई लालची या बख़ील शख़्स दाख़िल नहीं होगा ।  ( کنزالعمال،  کتاب الاخلاق،  الفصل الاول،  حرف الباء،   البخل من الاکمال،  الجزء:۳،  ۲ /  ۱۸۲،  حدیث:۷۴۰۴ )

2.  इरशाद फ़रमाया : लालच से बचते रहो क्यूंकि तुम से पिछली क़ौमों को लालच ही ने हलाकत में डाला, लालच ने उन्हें झूट पर उभारा, तो वोह झूट बोलने लगे, ज़ुल्म पर उभारा, तो ज़ुल्म करने लगे और क़त़ए़ रेह़मी का ख़याल दिलाया, तो क़त़ए़ रेह़मी करने लगे ।

 ( کنزالعمال،  کتاب الاخلاق،   الفصل الاول ،  حرف الباء،   البخل من الاکمال،  الجزء:۳،  ۲ /  ۱۸۲،  حدیث:۷۴۰۲ )

3. इरशाद फ़रमाया : दो भूके भेड़िये जिन्हें बकरियों में छोड़ दिया जाए, वोह इतना नुक़्सान नहीं पहुंचाते जितना कि मालो दौलत की ह़िर्स और ह़ुब्बे जाह (यानी इ़ज़्ज़त व शोहरत की मह़ब्बत) इन्सान के दीन को नुक़्सान पहुंचाते हैं ।  ( ترمذی،  کتاب الزھد،  باب ۔ت:۴۳ ،   ۴ /  ۱۶۶،   حدیث:۲۳۸۳ )

ह़कीमुल उम्मत, मुफ़्ती अह़मद यार ख़ान رَحْمَۃُ اللّٰہ ِتَعَالٰی عَلَیْہ इस ह़दीसे पाक के तह़्त फ़रमाते हैं : निहायत नफ़ीस तश्बीह है । मक़्सद येह है कि मोमिन का दीन गोया बकरी है और उस की ह़िर्से माल (और) ह़िर्से इ़ज़्ज़त गोया दो भूके भेड़िये हैं मगर येह दोनों भेड़िये मोमिन के दीन को इस से ज़ियादा बरबाद करते हैं जैसे ज़ाहिरी भूके भेड़िये बकरियों को तबाह करते हैं कि इन्सान माल की ह़िर्स में ह़राम व ह़लाल की तमीज़ नहीं करता, अपने अ़ज़ीज़ अवक़ात को माल ह़ासिल करने में ही ख़र्च करता है फिर इ़ज़्ज़त ह़ासिल करने के लिये ऐसे त़रीक़े इख़्तियार करता है जो बिल्कुल ख़िलाफे़ इस्लाम हैं ।

(मिरआतुल मनाजीह़, 7 / 19)

        मीठे मीठे इस्लामी भाइयो ! अह़ादीसे मुबारका और इन की शर्ह़ की रौशनी में येह बात वाजे़ह़ हो गई कि ह़िर्स के बाइ़स इन्सान के दीनो ईमान को त़रह़ त़रह़ के ख़त़रे लाह़िक़ हो जाते हैं और येह इस क़दर तबाह कुन बात़िनी बीमारी है कि इस में मुब्तला हो कर इन्सान झूट, ज़ुल्म और क़त़ए़ रेह़मी जैसे