Book Name:Madani Inamaat,Rahe Nijaat
अ़लाक़े में दा'वते इस्लामी का मदनी काम ह़ैरत अंगेज़ ह़द तक बढ़ जाएगा । चूंकि मदनी इनआमात पर अ़मल अल्लाह पाक की रिज़ा के ह़ुसूल का ज़रीआ है, लिहाज़ा शैत़ान आप को बहुत सुस्ती दिलाएगा, त़रह़ त़रह़ के ह़ीले बहाने सुझाएगा, आप का दिल नहीं लग पाएगा मगर आप हिम्मत मत हारियेगा, اِنْ شَآءَ اللہ عَزَّ وَجَلَّ दिल भी लग ही जाएगा ।
صَلُّوْا عَلَی الْحَبِیْب! صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلٰی مُحَمَّد
12 मदनी कामों में ह़िस्सा लीजिये !
मीठे मीठे इस्लामी भाइयो ! अपने अख़्लाक़ को संवारने और अपनी गुफ़्तार व किरदार को बेहतर से बेहतर बनाने के लिये दा'वते इस्लामी से वाबस्ता हो जाइये और साथ साथ जै़ली ह़ल्क़े के 12 मदनी कामों में भी ह़िस्सा लीजिये । याद रहे कि ज़ैली ह़ल्क़े के 12 मदनी कामों में से माहाना एक मदनी काम "मदनी इनआमात" का रिसाला जम्अ़ करवाना भी है । हम ख़ुद भी मदनी इनआमात पर अ़मल के साथ साथ मदनी इनआमात का रिसाला जम्अ़ कराते हुवे दूसरों को भी पाबन्दी के साथ मदनी इनआमात का रिसाला जम्अ़ करवाने का जे़हन देते रहें, इस पर इस्तिक़ामत की बरकत से اِنْ شَآءَ اللہ عَزَّ وَجَلَّ नेक आ'माल में इज़ाफ़ा होगा ।
इन मदनी इनआमात में से मदनी इनआम नम्बर 53 है : क्या आप ने इस हफ़्ते कम अज़ कम एक मरीज़ या दुख्यारे के घर या अस्पताल जा कर सुन्नत के मुत़ाबिक़ ग़म ख़्वारी की ? और उस को तोह़फ़ा (ख़्वाह मक्तबतुल मदीना का शाएअ़ कर्दा रिसाला या पेम्फ़लेट) पेश करने के साथ साथ ता'वीज़ाते अ़त़्त़ारिय्या के इस्ति'माल का मश्वरा दिया ?
मरीज़ की इ़यादत करने वाला येह मदनी इनआम भी निहायत अहम्मिय्यत का ह़ामिल है क्यूंकि नबिय्ये रह़मत, मोह़सिने इन्सानिय्यत صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ ने इरशाद फ़रमाया कि जो शख़्स किसी मरीज़ की इ़यादत करता है, तो एक मुनादी (या'नी ए'लान करने वाला) आसमान से निदा (या'नी