Book Name:Bahan Bhaiyon Ke Sath Husne Sulook
औसाफ़ उस की सोह़बत में रहने वाले दीगर बच्चों में भी मुन्तक़िल होना शुरूअ़ हो जाते हैं ।
صَلُّوْا عَلَی الْحَبِیْب! صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلٰی مُحَمَّد
8 मदनी कामों में से एक मदनी काम
मीठी मीठी इस्लामी बहनो ! अगर आप चाहती हैं कि हम और हमारी औलाद अपने बहन, भाइयों, रिश्तेदारों, पड़ोसियों और दोस्त, अह़बाब से ह़ुस्ने सुलूक करने वाली बन जाए, तो आज ही आशिक़ाने रसूल की मदनी तह़रीक दा'वते इस्लामी के पाकीज़ा मदनी माह़ोल से वाबस्ता हो जाइये और ज़ैली ह़ल्के़ के 8 मदनी कामों में ख़ूब बढ़ चढ़ कर ह़िस्सा लीजिये । ज़ैली ह़ल्के़ के इन 8 मदनी कामों में से एक मदनी काम "माहाना तरबिय्यती ह़ल्क़ा" भी है । हर माह की तीसरी जुमा'रात को ह़ल्क़ा, अ़लाक़ा या शहर सत़ह़ पर तरबिय्यती ह़ल्के़ की तरकीब की जाती है (दौरानिया : ज़ियादा से ज़ियादा 2 घन्टे है), जहां मदनी मर्कज़ के दिये हुवे त़रीक़ए कार के मुत़ाबिक़ ग़ुस्ल, वुज़ू, नमाज़, सुन्नतें, दुआएं नीज़ औरतों के शरई़ मसाइल वग़ैरा, दर्सो बयान का त़रीक़ा और दा'वते इस्लामी की इस्त़िलाह़ात व दुरुस्त तलफ़्फु़ज़ सिखाए जाते हैं नीज़ शजरए अ़त़्त़ारिय्या के अवरादो वज़ाइफ़ भी याद करवाए जाते हैं । आप भी इन तरबिय्यती ह़ल्क़ों में शिर्कत की सआदत ह़ासिल कीजिये और अपनी ज़िन्दगी को सुन्नतों के सांचे में ढालने की कोशिश कीजिये ।
اَلْحَمْدُ لِلّٰہ عَزَّ وَجَلَّ दा'वते इस्लामी के मदनी ह़ल्क़ों में शिर्कत और शजरह शरीफ़ पढ़ने की कई बरकतें हैं, तरग़ीब के लिये एक मदनी बहार मुलाह़ज़ा फ़रमाइये । चुनान्चे,
बाबुल मदीना की एक इस्लामी बहन के घर में नाचाक़ियों ने डेरे डाल रखे थे, आए दिन लड़ाई, झगड़ों का सिलसिला रहता जिस की वज्ह से घर का