Book Name:Bahan Bhaiyon Ke Sath Husne Sulook
अल्लाह करीम के फ़ज़्लो करम से जन्नतुल फ़िरदौस में अपने मदनी ह़बीब صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ का पड़ोसी बनने का अ़ज़ीम तरीन इनआम पा ले ।
आइये ! हम सब निय्यत करती हैं कि न सिर्फ़ ख़ुद मदनी इनआमात पर अ़मल की कोशिश करेंगी बल्कि दूसरों को भी इस पर अ़मल करने की तरग़ीब दिलाएंगी । اِنْ شَآءَ اللہ عَزَّ وَجَلَّ
صَلُّوْا عَلَی الْحَبِیْب! صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلٰی مُحَمَّد
मीठी मीठी इस्लामी बहनो ! आज के बयान में हम ने बहन भाइयों के साथ ह़ुस्ने सुलूक करने के मुतअ़ल्लिक़ सुना कि ٭ बहन भाई एक दूसरे की इ़ज़्ज़त के रखवाले होते हैं । ٭ बहन भाइयों में इत्तिफ़ाक़ की बरकत से ख़ानदान ख़ुश ह़ाल रहता है । ٭ बहन भाइयों में से बड़ा भाई, बाप की त़रह़ छोटों पर शफ़्क़त व मेहरबानी करता है । ٭ बहन भाइयों को किसी दूसरे की बातों में आ कर आपस में लड़ने, झगड़ने से बचना चाहिये । ٭ बहन भाइयों से क़त़ए़ तअ़ल्लुक़ी करने वाले रह़मते इलाही से मह़रूम हो जाते हैं । अल्लाह करीम हमें भी अपने बहन भाइयों के साथ ह़ुस्ने अख़्लाक़ से पेश आने की तौफ़ीक़ अ़त़ा फ़रमाए । اٰمِیْن بِجَاہِ النَّبِیِ الْاَمِیْن صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ
मीठी मीठी इस्लामी बहनो ! बयान को इख़्तिताम की त़रफ़ लाते हुवे सुन्नत की फ़ज़ीलत और चन्द सुन्नतें और आदाब बयान करने की सआदत ह़ासिल करती हूं । शहनशाहे नुबुव्वत, मुस्त़फ़ा जाने रह़मत, शम्ए़ बज़्मे हिदायत, नौशए बज़्मे जन्नत صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ का फ़रमाने जन्नत निशान है : जिस ने मेरी सुन्नत से मह़ब्बत की उस ने मुझ से मह़ब्बत की और जिस ने मुझ से मह़ब्बत की वोह जन्नत में मेरे साथ होगा । (مشکاۃ الصابیح،کتاب الایمان،باب الاعتصام بالکتاب والسنۃ،الفصل الثانی،۱/۵۵،حدیث:۱۷۵)
सीना तेरी सुन्नत का मदीना बने आक़ा
जन्नत में पड़ोसी मुझे तुम अपना बनाना