Book Name:Jhoot Ki Badboo
तिजारत करेंगे, तो اِنْ شَآءَ اللّٰہ हमारे कारोबार में ख़ूब ख़ूब बरकत होगी, इस्लामी मुआ़शरे में शानदार ख़ुश ह़ाली आएगी और अल्लाह पाक और रसूले अकरम صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ की रिज़ा भी नसीब होगी । اِنْ شَآءَ اللّٰہ
صَلُّوْا عَلَی الْحَبِیْب! صَلَّی اللّٰہُ عَلٰی مُحَمَّد
ऐ आ़शिक़ाने औलिया ! अगर हम बीमार हो जाएं, तो परेशान हो जाते हैं और उस बीमारी से छुटकारा पाने के लिये इ़लाज शुरूअ़ कर देते हैं । अगर अपने शहर या मुल्क में इ़लाज मुमकिन न हो, तो दूसरे शहर या मुल्क का भी सफ़र कर लेते हैं, अल ग़रज़ ! उस बीमारी से नजात पाने के लिये हर मुमकिन कोशिश करते हैं । याद रखिये ! झूट भी एक ख़त़रनाक बीमारी है जो दुन्या में ज़िल्लतो रुसवाई और आख़िरत की बरबादी का सबब बन सकती है । लिहाज़ा झूट बोलने से बचिये और अल्लाह पाक की रिज़ा पाने के लिये हमेशा सच बोलिये । आइये ! झूट से बचने के लिये इस के चन्द इ़लाज भी सुन लीजिये ।
٭ झूट से बचने के लिये रब्बे करीम से इस त़रह़ दुआ़ कीजिये कि ऐ अल्लाह पाक ! हमें झूट की नुह़ूसतों से बचा और सच की बरकतें पाने के लिये हमेशा सच बोलने का आ़दी बना । ٭ झूट की मज़म्मत पर आयाते क़ुरआनी, अह़ादीसे मुबारका और अक़्वाले बुज़ुर्गाने दीन का मुत़ालआ़ कीजिये, इस त़रह़ झूट से नफ़रत पैदा होगी । ٭ अपने अन्दर ख़ौफे़ ख़ुदा पैदा कीजिये कि अगर हमारे दिल में अल्लाह पाक का ख़ौफ़ होगा, तो दीगर गुनाहों से बचने के साथ साथ झूट से बचना भी आसान हो जाएगा । ٭ अच्छी सोह़बत अपनाइये कि इस की बरकत से भी अच्छी आ़दात अपनाने का ज़ेहन बनेगा । ٭ झूट से बचने के लिये बुज़ुर्गाने दीन رَحْمَۃُ اللّٰہ ِ عَلَیْہِمْ اَجْمَعِیْن के ह़ालाते ज़िन्दगी का मुत़ालआ़ कीजिये कि इन नेक हस्तियों ने हमेशा अपनी ज़िन्दगी शरीअ़तो सुन्नत के मुत़ाबिक़ गुज़ारी है । ٭ झूट के अन्जाम पर ग़ौर कीजिये कि दुन्या व आख़िरत में झूटे लोगों को कैसे कैसे नुक़्सानात का सामना होता है, اِنْ شَآءَ اللّٰہ इस त़रह़ भी झूट से नफ़रत पैदा