Book Name:Jhoot Ki Badboo
फ़रमाया है । येह ऐसा रिसाला है कि बच्चों के साथ साथ बड़ों के लिये भी इस में बहुत ही प्यारे अन्दाज़ में मदनी तरबिय्यत की गई है । जी हां ! इस रिसाले का नाम है "झूटा चोर" । येह रिसाला "बच्चों की सच्ची कहानियां" में से चौथा रिसाला है, इस रिसाले में आप पढ़ सकेंगे : ٭ झूटे चोर को कैसी सज़ा मिली ? ٭ टेढ़ी लाठी वाला झूटा चोर कौन था ? ٭ झूट बोलने वालों के बच्चे सुअर कैसे बन गए ? ٭ झूटा दोज़ख़ के अन्दर किस शक्ल में जाएगा ? ٭ झूटा ख़्वाब सुनाने का क्या अन्जाम है ? ٭ सच बोलने वाले चरवाहे (या'नी बकरियां चराने वाले) को कैसी बरकतें मिलीं ٭ सच बोलने से जान कैसे बची ? ٭ बच्चों के झूट की 24 मिसालें । ٭ बच्चों, बड़ों सब के लिये कार आमद (काम आने वाले) मदनी फूल वगै़रा । दा'वते इस्लामी की वेबसाइट www.ilyasqadri.com से इस रिसाले को न सिर्फ़ पढ़ा जा सकता है बल्कि डाउन लोड (Download) और प्रिन्ट आउट (Print Out) भी किया जा सकता है ।
صَلُّوْا عَلَی الْحَبِیْب! صَلَّی اللّٰہُ عَلٰی مُحَمَّد
प्यारे प्यारे इस्लामी भाइयो ! झूट बोलने की एक सूरत येह भी आ़म है कि बा'ज़ लोग सब का प्यारा बनने या किसी और मक़्सद के लिये झूटे ख़्वाब घड़ कर सुनाते हैं । याद रखिये ! येह भी नाजाइज़ व गुनाह है और अह़ादीसे मुबारका में इस की सख़्त वई़दें आई हैं । चुनान्चे,
मदनी आक़ा صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ का फ़रमाने इ़ब्रत निशान है : सब से बड़ा झूट येह है कि आदमी अपने बाप के इ़लावा किसी ग़ैर की त़रफ़ मन्सूब हो या ख़्वाब में ऐसी चीज़ देखने का दा'वा करे, जो उस ने नहीं देखी या अल्लाह पाक के रसूल صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ से वोह बात मन्सूब करे, जो उन्हों ने नहीं कही ।
(بخاری،کتاب المناقب ، باب نسبة الیمن الی اسماعیل، ۲/۴۷۶، حدیث: ۳۵۰۹)
एक और ह़दीसे पाक में है : जो शख़्स झूटा ख़्वाब बयान करे, क़ियामत के दिन उसे जव के दो दानों के दरमियान गांठ लगाने का अ़ज़ाब दिया जाएगा