Allah Pak Say Muhabbat Karnay Walon Kay Waq'eaat

Book Name:Allah Pak Say Muhabbat Karnay Walon Kay Waq'eaat

          प्यारे प्यारे इस्लामी भाइयो ! यक़ीनन हमें भी अपने अन्दर अल्लाह पाक की मह़ब्बत पैदा करने की कोशिश करनी चाहिये । अल्लाह पाक ने एक बार अपने नबी, ह़ज़रते सय्यिदुना दावूद عَلَیْہِ السَّلَام से फ़रमाया : ऐ दावूद ! अगर तू मुझ से मह़ब्बत करना चाहता है, तो दुन्या की मह़ब्बत को अपने दिल से निकाल दे क्यूंकि मेरी और दुन्या की मह़ब्बत एक दिल में जम्अ़ नहीं हो सकतीं । ऐ दावूद ! जो मुझ से मह़ब्बत करता है, वोह रात को मेरे लिये तहज्जुद अदा करता है जब कि लोग सो रहे होते हैं, वोह तन्हाई में मुझे याद करता है, जब ग़ाफ़िल लोग मेरे ज़िक्र से ग़फ़्लत में पड़े होते हैं, वोह मेरी ने'मत पर शुक्र अदा करता है जब कि भूलने वाले मुझे भूल जाते हैं ।

(حلیۃالاولیاء ،عبدالعزیزبن ابی رواد،رقم ۱۱۹۰۶، ج ۸،ص ۲۱۱ ۔الیٰ قولہ الاھلک, बह़रुद्दुमूअ़, स. 21)

صَلُّوْا عَلَی الْحَبِیْب!      صَلَّی اللّٰہُ عَلٰی مُحَمَّد

          ऐ आ़शिक़ाने औलिया ! आइये ! अब अल्लाह पाक से मह़ब्बत करने वाले नेक बन्दों के कुछ मज़ीद वाक़िआ़त सुनते हैं ।

मेंढे की खाल

          अमीरुल मोमिनीन, ह़ज़रते सय्यिदुना उ़मर फ़ारूके़ आ'ज़म رَضِیَ اللّٰہُ عَنْہ फ़रमाते हैं : नबिय्ये अकरम صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ ने ह़ज़रते मुस्अ़ब बिन उ़मैर رَضِیَ اللّٰہُ عَنْہ को इस ह़ाल में आते देखा कि उन्हों ने मेंढे की खाल कमर पर लपेट रखी थी । तो इरशाद फ़रमाया : इस शख़्स की त़रफ़ देखो जिस के दिल को अल्लाह पाक ने रौशन कर दिया है । बेशक मैं ने इस को इस के वालिदैन के पास देखा कि वोह इसे बेहतरीन खाना खिलाते और उ़म्दा तरीन शरबत पिलाते थे, अल्लाह पाक और नबिय्ये करीम صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ की मह़ब्बत में इस का येह ह़ाल हो गया है जो तुम देख रहे हो । (حلیة الاولیاء، مصعب بن عمیر، ۱/  ۱۵۳، حدیث:۳۴۳)

मह़ब्बत करने वाला, मह़बूब के साथ होगा

          एक आ'राबी ने बारगाहे रिसालत में ह़ाज़िर हो कर अ़र्ज़ की : या रसूलल्लाह صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ ! क़ियामत कब आएगी ? मदनी आक़ा صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ