Allah Pak Say Muhabbat Karnay Walon Kay Waq'eaat

Book Name:Allah Pak Say Muhabbat Karnay Walon Kay Waq'eaat

अल्लाह पाक और उस के प्यारे रसूल صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ की मह़ब्बत के जाम पिलाए जाते हैं बल्कि अल्लाह पाक के दोस्तों से दोस्ती का मदनी ज़ेहन दिया जाता है । इस मदनी माह़ोल की बरकत से रिज़ाए इलाही के लिये मुसलमानों से मह़ब्बत व हमदर्दी का जज़्बा पैदा होता है और अपनी इस्लाह़ के साथ साथ सारी दुन्या के मुसलमानों की इस्लाह़ की कोशिश करने का जज़्बा भी पैदा होता है । लिहाज़ा आप भी इस मदनी माह़ोल से हर दम वाबस्ता रहिये और अल्लाह पाक की मह़ब्बत मज़ीद बढ़ाने, प्यारे आक़ा  صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ की सुन्नतें फैलाने, अपने आप को और दूसरे मुसलमानों को गुनाहों से बचाने और नेकियों की राह पर लाने के लिये 12 मदनी कामों में अ़मली त़ौर पर शामिल हो कर नेकी की दा'वत की धूमें मचाने वाले बन जाइये ।

12 मदनी कामों में से एक मदनी काम "बा'दे फ़ज्र मदनी ह़ल्क़ा"

          प्यारे प्यारे इस्लामी भाइयो ! ज़ैली ह़ल्के़ के 12 मदनी कामों में से रोज़ाना का एक मदनी काम "बा'दे फ़ज्र मदनी ह़ल्क़ा" भी है । बा'दे फ़ज्र मदनी ह़ल्के़ में 3 आयाते क़ुरआनी की तिलावत मअ़ तर्जमए क़ुरआन कन्ज़ुल ईमान व तफ़्सीरे ख़ज़ाइनुल इ़रफ़ान / तफ़्सीरे नूरुल इ़रफ़ान / तफ़्सीरे सिरात़ुल जिनान, दर्से फै़ज़ाने सुन्नत (4 सफ़ह़ात) और आख़िर में शजरए क़ादिरिय्या रज़विय्या ज़ियाइय्या अ़त़्त़ारिय्या भी पढ़ा और सुना जाता है, इस के बा'द शजरे के कुछ न कुछ अवरादो वज़ाइफ़ और इशराक़ व चाश्त के नवाफ़िल पढ़ने की भी तरकीब होती है । 12 मदनी कामों में से यौमिया इस मदनी काम "बा'दे फ़ज्र मदनी ह़ल्क़ा" की तफ़्सीली मा'लूमात जानने के लिये मक्तबतुल मदीना के रिसाले "बा'दे फ़ज्र मदनी ह़ल्क़ा" का मुत़ालआ़ कीजिये । तमाम इस्लामी भाई इस रिसाले का लाज़िमी मुत़ालआ़ फ़रमाएं, येह रिसाला मक्तबतुल मदीना के बस्ते पर दस्तयाब होने के साथ साथ दा'वते इस्लामी की वेबसाइट से भी पढ़ा जा सकता है ।

          इस रिसाले की बरकत से आप पढ़ सकेंगे : ٭ बा'दे फ़ज्र मदनी ह़ल्क़ा किसे कहते हैं ? ٭ मदनी ह़ल्क़ा लगाने का त़रीक़ा । ٭ अस्लाफ़ के मदनी ह़ल्के़