Shan e Usman e Ghani

Book Name:Shan e Usman e Ghani

जुवा, चोरी, डकैती, सूद व रिशवत का लेन देन, मां बाप की ना फ़रमानी, अमानत में खि़यानत, ग़ुरूरो तकब्बुर, ह़सद व रियाकारी, ह़ुब्बे जाह, बुख़्ल व ख़ुद पसन्दी वगै़रा वगै़रा गुनाहों का इर्तिकाब हमारे मुआशरे में बड़ी बेबाकी के साथ किया जाता है, ऐसा मह़सूस होता है कि शर्मो ह़या हमें छू कर भी नहीं गुज़री ।

मदनी माह़ोल से वाबस्ता हो जाइये

        मीठी मीठी इस्लामी बहनो ! दिल में ख़ौफे़ ख़ुदा बिठाने और शर्मो ह़या अपनाने के लिये दा'वते इस्लामी के मदनी माह़ोल से हर दम वाबस्ता रहिये, कामयाब ज़िन्दगी गुज़ारने और अपनी आखि़रत संवारने के लिये रोज़ाना "फ़िक्रे मदीना" के ज़रीए़ मदनी इनआमात का रिसाला पुर कीजिये । अमीरे अहले सुन्नत دَامَتْ بَرْکَاتُھُمُ الْعَالِیَہ एक मदनी मुज़ाकरे में मदनी इनआमात का रिसाला जम्अ़ करवाने के ह़वाले से मदनी फूल अ़त़ा फ़रमाते हैं कि "हर रोज़ फ़िक्रे मदीना कर के मदनी इनआमात के रिसाले के ख़ाने पुर करें और ज़िम्मेदार इस्लामी बहन को हर मदनी माह की पहली तारीख़ को जम्अ़ करवा दें, 10 तारीख़ का इन्तिज़ार न करें ।" हफ़्तावार सुन्नतों भरे इजतिमाअ़ में शिर्कत कीजिये और दा'वते इस्लामी का हर दिल अ़ज़ीज़ 100 फ़ीसद इस्लामी चेनल "मदनी चेनल" ख़ुद भी देखते रहिये और दूसरों को भी देखने की तरग़ीब दिलाते रहिये ।

صَلُّوْا عَلَی الْحَبِیْب!        صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلٰی مُحَمَّد

8 मदनी कामों में से एक मदनी काम "घर दर्स"

       मीठी मीठी इस्लामी बहनो ! इस के इ़लावा दा'वते इस्लामी के मदनी माह़ोल से वाबस्ता हो कर ज़ैली ह़ल्के़ के 8 मदनी कामों में बढ़ चढ़ कर ह़िस्सा लीजिये । ज़ैली ह़ल्के़ के 8 मदनी कामों में से एक मदनी काम "घर दर्स" है । घर में मदनी माह़ोल बनाने के लिये रोज़ाना कम अज़ कम एक बार दर्से फ़ैज़ाने सुन्नत देने या सुनने की तरकीब फ़रमाइये (जिस में ना मह़रम न हों) । अमीरे