Book Name:Shan e Usman e Ghani
ह़ज़रते अ़ल्लामा जलालुद्दीन सुयूत़ी शाफे़ई़ رَحْمَۃُ اللّٰہ ِتَعَالٰی عَلَیْہ नक़्ल फ़रमाते हैं कि ह़ज़रते अ़ल्लामा इबने बात़ीस رَحْمَۃُ اللّٰہ ِتَعَالٰی عَلَیْہ के क़ौल के मुत़ाबिक़ अमीरुल मोमिनीन, ह़ज़रते सय्यिदुना उ़स्माने ग़नी رَضِیَ اللّٰہُ تَعَالٰی عَنْہ के साथ सरकार صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ के दीदार वाला येह वाक़िआ ख़्वाब में नहीं बल्कि बेदारी की ह़ालत में पेश आया । (الحاوی للفتاوی، ج۲، ص۳۱۵, करामाते उ़स्माने ग़नी, स. 12)
मीठी मीठी इस्लामी बहनो ! मा'लूम हुवा कि सरकारे नामदार, मदीने के ताजदार صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ पर अल्लाह करीम के फ़ज़्लो करम और उस की अ़त़ा से अमीरुल मोमिनीन, ह़ज़रते सय्यिदुना उ़स्माने ग़नी رَضِیَ اللّٰہُ تَعَالٰی عَنْہ के तमाम ह़ालात ज़ाहिर व आश्कार थे, साथ ही येह भी मा'लूम हुवा कि हमारे मक्की मदनी सरकार صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ बेकसों के मददगार भी हैं, जभी तो फ़रमाया : "اِنْ شِئْتَ نَصَرْتُ عَلَیْھِمْ" अगर तुम्हारी ख़्वाहिश हो, तो उन लोगों के मुक़ाबले में तुम्हारी इमदाद करूं ?
صَلُّوْا عَلَی الْحَبِیْب! صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلٰی مُحَمَّد
मीठी मीठी इस्लामी बहनो ! जिस त़रह़ अल्लाह करीम अपनी अ़त़ा से अपने मह़बूब बन्दों को लोगों की इमदाद करने पर क़ुदरत अ़त़ा फ़रमाता है, इसी त़रह़ वोही रब्बे करीम उन नेक हस्तियों में से जिसे चाहता है इ़ल्मे गै़ब भी अ़त़ा फ़रमाता है । मन्क़ूल है कि ह़ज़रते सय्यिदुना इमाम मालिक رَحْمَۃُ اللّٰہ ِتَعَالٰی عَلَیْہ फ़रमाते हैं कि अमीरुल मोमिनीन, ह़ज़रते सय्यिदुना उ़स्माने ग़नी رَضِیَ اللّٰہُ تَعَالٰی عَنْہ एक मरतबा मदीनए मुनव्वरा زَادَہَا اللّٰہُ شَرَفًا وَّتَعْظِیْمًا के क़ब्रिस्तान "जन्नतुल बक़ीअ़" के उस ह़िस्से में तशरीफ़ ले गए जो "ह़श्शे कौकब" (या'नी एक अन्सारी शख़्स के बाग़ वाली जगह) कहलाता था, आप ने वहां एक जगह पर खड़े हो कर फ़रमाया : अ़न क़रीब यहां एक मर्दे सालेह़ को दफ़्न किया जाएगा । चुनान्चे, आप के इस फ़रमान के थोड़े ही अ़र्से बा'द आप رَضِیَ اللّٰہُ تَعَالٰی عَنْہ की शहादत हो गई