Book Name:Mout Ki Yad Kay Fazail Shab e Qadr 1442
اَلْحَمْدُ لِلّٰہ आ़शिक़ाने रसूल की दीनी तह़रीक दावते इस्लामी तादमे तह़रीर 80 से ज़ियादा शोबाजात में दीनी काम कर रही है । बराए करम ! अपनी ज़कात व उ़श्र और सदक़ात व ख़ैरात दावते इस्लामी को देने के साथ साथ अपने रिश्तेदारों, पड़ोसियों और दोस्तों पर भी इनफ़िरादी कोशिश फ़रमा कर उन के ज़कात व उ़श्र और दीगर अ़त़िय्यात दावते इस्लामी के मदनी मर्कज़ पर पहुंचा कर या किसी ज़िम्मेदार इस्लामी भाई को दे कर या मदनी मर्कज़ पर फ़ोन कर के किसी इस्लामी भाई को त़लब फ़रमा कर उन्हें इ़नायत फ़रमा दीजिए ।
صَلُّوْا عَلَی الْحَبِیْب! صَلَّی اللّٰہُ عَلٰی مُحَمَّد