Esal-e-Sawab Ki Barakaten

Book Name:Esal-e-Sawab Ki Barakaten

के लिये भी वक़्त नहीं । कितने अफ़्सोस की बात है कि हम दुन्यवी काम तो आसानी से निमटा लेते हैं मगर जिस अ़मल में ख़ुद हमारा और हमारे फ़ौत शुदा मुसलमानों का बहुत बड़ा फ़ाइदा है उसे हम दुशवार समझते हैं या फिर अहम्मिय्यत देने के लिये तय्यार नहीं । बिलफ़र्ज़ किसी के पास वक़्त है, तो उसे सवाब पहुंचाने का त़रीक़ा मा'लूम नहीं फिर इस काम के लिये भी मस्जिद के इमाम साह़िब, मोअज़्ज़िन साह़िब या किसी मज़हबी शख़्स को तलाश किया जाता है । अल्लाह पाक, शैख़े त़रीक़त, अमीरे अहले सुन्नत دَامَتْ بَرْکَاتُھُمُ الْعَالِیَہ को सलामत रखे जिन्हों ने हम जैसे लोगों की रहनुमाई के लिये मुख़्तलिफ़ मौज़ूआ़त पर कुतुबो रसाइल तह़रीर फ़रमा दिये ताकि हम उन के मुत़ालए़ के ज़रीए़ अपने दीनी व दुन्यवी मा'मूलात को अच्छे त़रीके़ से अदा कर सकें ।

रिसाला "फ़ातिह़ा और ईसाले सवाब का त़रीक़ा" का तआ़रुफ़

          बिलफ़र्ज़ किसी को फ़ातिह़ा करने और सवाब पहुंचाने का त़रीक़ा नहीं आता, तो परेशान होने की ज़रूरत नहीं, इस के लिये मक्तबतुल मदीना से शैख़े त़रीक़त, अमीरे अहले सुन्नत دَامَتْ بَرْکَاتُھُمُ الْعَالِیَہ का रिसाला "फ़ातिह़ा और ईसाले सवाब का त़रीक़ा" हदिय्यतन त़लब कर के इस का मुत़ालआ़ कीजिये, जिस में बहुत सी मा'लूमात के साथ साथ सवाब पहुंचाने का त़रीक़ा भी मौजूद है । इस रिसाले को ख़ुद भी पढ़िये और दूसरों को भी इस की तरग़ीब दिलाइये, बिल ख़ुसूस सवाब पहुंचाने के इजतिमाआ़त मसलन तीजा, दसवां, चालीसवां, बरसी वगै़रा में फ़ौत शुदा मुसलमानों को सवाब पहुंचाने के लिये इस रिसाले को तक़्सीम कीजिये । येह रिसाला दा'वते इस्लामी की वेबसाइट www.dawateislami.net से पढ़ा भी जा सकता है, डाउन लोड (Download) और प्रिन्ट आउट (Print Out) भी किया जा सकता है ।

صَلُّوْا عَلَی الْحَبِیْب!      صَلَّی اللّٰہُ عَلٰی مُحَمَّد

          प्यारे प्यारे इस्लामी भाइयो ! हमें चाहिये कि हम अपनी आख़िरत बेहतर बनाने के लिये गुनाहों से बचते रहें, ख़ूब ख़ूब नेकियां जम्अ़ करें, अपने