Book Name:Jawani Me Ibadat kay Fazail
मस्जिद, कन्ज़ुल ईमान, बाबुल मदीना में क़ाइम हुवा और अब तक बाबुल मदीना के मुख़्तलिफ़ अ़लाक़ों और मुल्के मुर्शिद के मुख़्तलिफ़ शहरों में भी दारुल इफ़्ता अहले सुन्नत क़ाइम हो चुके हैं, जहां मुफ़्तियाने किराम उम्मते मुस्लिमा की शरई़ रहनुमाई में मसरूफ़े अ़मल हैं । इस के इ़लावा दारुल इफ़्ता अहले सुन्नत के मुफ़्तियाने किराम टेलीफ़ोन, वॉट्स ऐप (Whatsapp) और इन्टरनेट पर दुन्या भर के मुसलमानों की त़रफ़ से पूछे जाने वाले मसाइल का ह़ल बताते हैं । इन्टरनेट के ज़रीए़ दुन्या भर से इस मेल ऐड्रेस : (darulifta@dawateislami.net) पर सुवालात पूछे जा सकते हैं । اَلْحَمْدُ لِلّٰہ मदनी चेनल के सिलसिलों में "दारुल इफ़्ता अहले सुन्नत" के नाम से एक मक़्बूले आ़म और निहायत मा'लूमाती सिलसिला भी नशर किया जाता है । اَلْحَمْدُ لِلّٰہ इ़ल्मे दीन का नूर फैलाने के लिये दा'वते इस्लामी की मजलिस "आई टी (IT)" के तआ़वुन से "दारुल इफ़्ता अहले सुन्नत" मोबाइल ऐप्लीकेशन (Application) भी आ चुकी है और मज़ीद तरक़्क़ी का सफ़र जारी है । अल्लाह करीम "दारुल इफ़्ता अहले सुन्नत" को मज़ीद तरक़्क़ियां अ़त़ा फ़रमाए । اٰمِیْن بِجَاہِ النَّبِیِ الْاَمِیْن صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ
صَلُّوْا عَلَی الْحَبِیْب! صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلٰی مُحَمَّد
मीठे मीठे इस्लामी भाइयो ! बिला शुबा अ़क़्लमन्द वोही है जो ज़िन्दगी को ग़नीमत जानते हुवे गुनाहों से तौबा कर ले और अपनी बक़िय्या ज़िन्दगी ज़ियादा से ज़ियादा इ़बादते इलाही में गुज़ारता रहे, बिल ख़ुसूस नौजवानों को तौबा में हरगिज़ देर नहीं करनी चाहिये क्यूंकि अल्लाह पाक को नौजवान की तौबा बहुत पसन्द है । जैसा कि :
रसूले बे मिसाल, बीबी आमिना के लाल صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ का फ़रमाने आ़लीशान है : اِنَّاللہَ تَعَالٰی یُحِبُّ الشَّابَّ التَّائِبَ जवानी में तौबा करने वाला शख़्स, अल्लाह करीम का मह़बूब है । (کنزالعمال،کتاب التوبۃ،الفصل الاول فی فضلہا والترغیب فیھا ،الجزء:۴،۲/۸۷،حدیث:۱۰۱۸۱) एक और जगह इरशाद फ़रमाया : مَا مِنْ شَیۡءٍ اَحَبُّ اِلَی اللہِ مِنَ الشَّابِّ التَّائِبِ अल्लाह करीम को तौबा करने वाले नौजवान से ज़ियादा पसन्दीदा कोई चीज़ नहीं ।