Book Name:Jawani Me Ibadat kay Fazail
लिये दा'वते इस्लामी की वेबसाइट www.dawateislami.net का विज़िट कीजिये । اَلْحَمْدُ لِلّٰہ ! इस वेबसाइट पर क़ुरआने पाक, तर्जमए कन्ज़ुल ईमान और तफ़ासीर के इ़लावा ह़दीस व उसूले ह़दीस, फ़िक़्ह व उसूले फ़िक़्ह, सीरत व तसव्वुफ़ वग़ैरा मौज़ूआ़त से मुतअ़ल्लिक़ उर्दू, इंगलिश, अ़रबी, हिन्दी, गुजराती और दुन्या की मुख़्तलिफ़ ज़बानों में कुतुबो रसाइल का न सिर्फ़ ऑन लाइन मुत़ालआ़ किया जा सकता है बल्कि फ़्री डाउन लोड और प्रिन्ट आउट की सहूलत भी दस्तयाब है । इस के इ़लावा शैख़े त़रीक़त, अमीरे अहले सुन्नत, बानिये दा'वते इस्लामी, ह़ज़रते अ़ल्लामा मौलाना मुह़म्मद इल्यास अ़त़्त़ार क़ादिरी रज़वी ज़ियाई دَامَتْ بَرْکَاتُھُمُ الْعَالِیَہ से किये गए मुख़्तलिफ़ सुवालात के दिलचस्प जवाबात पर मुश्तमिल मदनी मुज़ाकरे, निगराने शूरा व मुबल्लिग़ीने दा'वते इस्लामी के सुन्नतों भरे बयानात, ह़म्दो ना'त, मन्क़बत और मुख़्तसर इस्लाह़ी ख़ाके भी मौजूद हैं जिन्हें आप डाउन लोड (Download) कर के फे़सबुक (Facebook) या वॉट्स ऐप (Whatsapp) का सह़ीह़ इस्ति'माल करते हुवे दूसरे इस्लामी भाइयों को शेएर (Share) भी कर सकते हैं । शरई़ मसाइल में रहनुमाई ह़ासिल करने के लिये ऑन लाइन दारुल इफ़्ता और दुखी इन्सानिय्यत की ग़म ख़्वारी और रूह़ानी इ़लाज के लिये ता'वीज़ाते अ़त़्त़ारिय्या, ऑन लाइन काट और इस्तिख़ारा भी करवा सकते हैं । इस के इ़लावा दा'वते इस्लामी के चन्द शो'बाजात का तआ़रुफ़ भी शामिल है । कमो बेश 104 शो'बाजात और दा'वते इस्लामी के दीगर कई मदनी कामों में होने वाले लाखों लाख रुपये के अख़राजात में ब ज़रीआ़ इन्टरनेट माली मदद का मुकम्मल त़रीक़ए कार भी दिया गया है, जिस के ज़रीए़ आप सदक़ाते वाजिबा (मसलन ज़कात, फ़ित़्राना, उ़श्र, रोज़ों का फ़िदया, क़सम का कफ़्फ़ारा, मन्नत वगै़रा) और नाफ़िला (सदक़ात व खै़रात वगै़रा) के ज़रीए़ नेकी के कामों में ह़िस्सा ले सकते हैं । सॉफ़्टविऐर की सूरत में अल मदीना लाइब्रेरी भी मौजूद है जिसे कम्प्यूटर में इन्स्टॉल (Install) कर के सर्चिंग ऑपशन (Searching Option) की मदद से 200 से ज़ाइद कुतुबो रसाइल से फ़ाइदा ह़ासिल कर सकते हैं । इस के इ़लावा