Tarke Jamat Ki Waeeden

Book Name:Tarke Jamat Ki Waeeden

8 मदनी कामों में से एक मदनी काम

"हफ़्तावार सुन्नतों भरा इजतिमाअ़"

        मीठी मीठी इस्लामी बहनो ! नमाज़ों की पाबन्दी का ज़ेहन बनाने के लिये दा'वते इस्लामी के मदनी माह़ोल से वाबस्ता हो जाइये और ज़ैली ह़ल्के़ के 8 मदनी कामों में बढ़ चढ़ कर ह़िस्सा लीजिये । ज़ैली ह़ल्के़ के 8 मदनी कामों में से एक मदनी काम "हफ़्तावार सुन्नतों भरे इजतिमाअ़" में शिर्कत करना भी है । हफ़्ते का कोई एक दिन मुक़र्रर कर के ज़ैली ह़ल्क़ा, ह़ल्क़ा, अ़लाक़ा या शहर सत़ह़ पर बा पर्दा जगह में हफ़्तावार सुन्नतों भरा इजतिमाअ़ कीजिये, दिन और वक़्त मख़्सूस रखिये । शरीक होने वालियों का हदफ़ : फ़ी ज़ैली ह़ल्क़ा कम अज़ कम 12 (दौरानिया : ज़ियादा से ज़ियादा 2 घन्टे) । हफ़्तावार सुन्नतों भरा इजतिमाअ़ "मदनी फूलों" के मुत़ाबिक़ कीजिये । इस्लामी बहनों को माईक, मेगाफ़ोन, सीडी प्लेयर और ईको साउन्ड वग़ैरा इस्ति'माल करने की इजाज़त नहीं ।

          اَلْحَمْدُ لِلّٰہ عَزَّ  وَجَلَّ इस मदनी काम के बे शुमार दुन्यवी व उख़रवी फ़वाइद हैं : ٭ हफ़्तावार सुन्नतों भरे इजतिमाअ़ की बरकत से इ़ल्मे दीन से माला माल क़ीमती मदनी फूल उम्मते मुस्लिमा तक पहुंचाए जाते हैं । ٭ हफ़्तावार सुन्नतों भरा इजतिमाअ़ बे नमाज़ियों को नमाज़ी बनाने में बहुत मुआविन होता है । ٭ हफ़्तावार सुन्नतों भरे इजतिमाअ़ की बरकत से दा'वते इस्लामी के मदनी माह़ोल की तश्हीर और नेक नामी होती है । ٭ हफ़्तावार सुन्नतों भरे इजतिमाअ़ में मांगी जाने वाली दुआएं क़बूल होती हैं, इस के इ़लावा सह़ाबए किराम और औलियाए किराम की सीरते मुबारका पर भी बयानात होते हैं । आइये ! बत़ौरे तरग़ीब हफ़्तावार इजतिमाअ़ में ह़ाज़िरी की एक मदनी बहार सुनिये और इजतिमाअ़ में पाबन्दी के साथ ह़ाज़िर होने की निय्यत कीजिये । चुनान्चे,