Yazeediyon Ka Bura Kirdar

Book Name:Yazeediyon Ka Bura Kirdar

के मुंह में भी अपनी मुबारक ज़बान डाल दी, तो वोह भी सैराब हो गए), इस के बाद दोनों शहज़ादे ऐसे ख़ामोश हुवे कि मैं ने दोबारा उन के रोने की आवाज़ न सुनी । ह़ज़रते अबू हुरैरा رَضِیَ اللّٰہُ عَنْہ मज़ीद फ़रमाते हैं : मैं उन से मह़ब्बत क्यूं न करूं जबकि मैं ने नबिय्ये करीम صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ وَاٰلِہٖ وَسَلَّم को उन के साथ ऐसा करते हुवे देखा है ।  (مستدرک،کتاب معرفة الصحابة،رکوب الحسن و الحسین  ۔۔الخ،۴/۱۵۶،حدیث: ۴۸۳۰)

صَلُّوْا عَلَی الْحَبِیْب!                                      صَلَّی اللّٰہُ عَلٰی مُحَمَّد

          ऐ आ़शिक़ाने सह़ाबाओ अहले बैत ! येह उसूल अच्छी त़रह़ ज़ेह्न नशीन कर लीजिए कि जिस त़रह़ सह़ाबए किराम عَلَیْہِمُ الرِّضْوَان और अहले बैते अत़्हार की मह़ब्बत दुन्या व आख़िरत में नजात का ज़रीआ़ है, ऐसे ही इन से बुग़्ज़ो अ़दावत रखने में हलाकत ही हलाकत है । जैसा कि :

दुश्मने सह़ाबा का अन्जाम

          एक शख़्स ह़ज़रते साद बिन अबी वक़्क़ास رَضِیَ اللّٰہُ عَنْہ के सामने सह़ाबए किराम رَضِیَ اللّٰہُ عَنْھُم की शान में गुस्ताख़ी व बे अदबी के अल्फ़ाज़ बकने लगा । आप رَضِیَ اللّٰہُ عَنْہ ने फ़रमाया कि तुम अपनी इस ख़बीस ह़रकत से बाज़ रहो, वरना मैं तुम्हारे लिए बद दुआ़ कर दूंगा । उस गुस्ताख़ व बेबाक ने केह दिया कि मुझे आप की बद दुआ़ की कोई परवा नहीं, आप की बद दुआ़ से मेरा कुछ भी नहीं बिगड़ सकता । येह सुन कर आप को जलाल आ गया और आप ने उस वक़्त येह दुआ़ मांगी कि ऐ अल्लाह ! अगर इस शख़्स ने तेरे प्यारे नबी صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ وَاٰلِہٖ وَسَلَّم के प्यारे सह़ाबियों की तौहीन की है, तो आज ही इस  को अपने क़हरो ग़ज़ब की निशानी दिखा दे ताकि दूसरों को इस से इ़ब्रत ह़ासिल हो । इस दुआ़ के बाद जैसे ही वोह शख़्स मस्जिद से बाहर निकला, तो अचानक एक पागल ऊंट कहीं से दौड़ता हुवा आया और उस को दांतों से पछाड़ दिया और उस के ऊपर बैठ कर उस को इस क़दर ज़ोर से दबाया कि उस की पस्लियों की हड्डियां चूर चूर हो गईं और वोह फ़ौरन ही मर गया । येह मन्ज़र देख कर लोग दौड़ दौड़ कर ह़ज़रते साद رَضِیَ اللّٰہُ عَنْہ को मुबारक बाद देने लगे कि आप की दुआ़ मक़्बूल हो गई और सह़ाबए किराम رَضِیَ اللّٰہُ عَنْھُم का दुश्मन हलाक हो गया     (دلائل النبوۃ للبیہقی ،۶ / ۱۹۰)

صَلُّوْا عَلَی الْحَبِیْب!                                      صَلَّی اللّٰہُ عَلٰی مُحَمَّد

          ऐ आ़शिक़ाने सह़ाबाओ अहले बैत ! आप ने सुना कि सह़ाबए किराम رَضِیَ اللّٰہُ عَنْھُم की शान में गुस्ताख़ी करने वाले का अन्जाम कैसा इ़ब्रतनाक हुवा । वाके़ई़ येह ह़क़ीक़त है कि अल्लाह वालों की शान में गुस्ताख़ी करना या उन्हें किसी भी त़रह़ से तक्लीफ़ पहुंचाना, अल्लाह पाक के अ़ज़ाब को दावत देने वाली बात है । उन बुज़ुर्गों की शान में गुस्ताख़ी व बे अदबी करने वाला दुन्या में तो ज़लीलो रुस्वा होता ही है, आख़िरत में भी ज़िल्लत उस का मुक़द्दर होगी । ऐसे बद नसीबों में से एक यज़ीद पलीद और उस के पैरोकार भी हैं जो न सिर्फ़ सह़ाबए किराम رَضِیَ اللّٰہُ عَنْھُم की तौहीन का मुर्तकिब हुवे बल्कि उन की पेशानी पर अहले बैते किराम عَلَیْہِمُ الرِّضْوَان को बे गुनाह शहीद करने का