Book Name:Siddique e Akbar Ki Sakhawat
या अस्पताल जा कर सुन्नत के मुत़ाबिक़ ग़म ख़्वारी की ? और उस को तोह़फ़ा (ख़्वाह मक्तबतुल मदीना का शाएअ़ कर्दा रिसाला या पेम्फ़लेट) पेश करने के साथ साथ तावीज़ाते अ़त़्त़ारिय्या के इस्तिमाल का मशवरा दिया ?
लिहाज़ा आ़शिक़ाने रसूल ! 72 मदनी इनआ़मात ख़ुसूसन इस मदनी इनआ़म को मज़बूत़ी से थाम लीजिए, इस पर अ़मल करते हुवे अपने रिश्तेदारों, पड़ोसियों और दीगर आ़शिक़ाने रसूल की ग़म ख़्वारी करते रहिए, उन की ख़ैर ख़ैरिय्यत पूछते रहिए, उन के ह़ुक़ूक़ अदा करते रहिए, उन के दुख दर्द में शरीक रहिए, अगर वोह मक़रूज़ हों, तो उन का क़र्ज़ उतरवाने के लिए, उन के साथ माली तआ़वुन कीजिए, अगर वोह बीमार हो जाएं, तो उन की इ़यादत कीजिए बल्कि तावीज़ाते अ़त़्त़ारिय्या के बस्ते से तावीज़ ला कर ख़ुद पेश कीजिए, अगर उन के यहां कोई फ़ौत हो जाए, तो ताज़ियत करने जाइए । अल्लाह करीम अमीरुल मोमिनीन, ह़ज़रते अबू बक्र सिद्दीक़ رَضِیَ اللّٰہُ عَنْہ के सदके़ में हमें मुसलमानों ख़ुसूसन रिश्तेदारों और पड़ोसियों के ह़ुक़ूक़ की अदाएगी की त़रफ़ भी तवज्जोह करने की तौफ़ीक़ नसीब फ़रमाए । اٰمِیْن بِجَاہِ النَّبِیِ الْاَمِیْن صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ
صَلُّوْا عَلَی الْحَبِیْب! صَلَّی اللّٰہُ عَلٰی مُحَمَّد
प्यारे प्यारे इस्लामी भाइयो ! اَلْحَمْدُ لِلّٰہ आ़शिक़ाने रसूल की मदनी तह़रीक दावते इस्लामी 108 से ज़ाइद शोबाजात में दीन की ख़िदमत कर रही है, इन में से एक शोबा "मजलिसे चन्दा बक्स" भी है । दावते इस्लामी के शोबे "मजलिसे चन्दा बक्स" की त़रफ़ से एक बक्स की तरकीब की गई है, येह बक्स दुकानों, कारख़ानों, मार्कीटों, शॉपिंग मॉल्ज़, मेडीकल स्टोर्ज़ और दफ़ातिर वग़ैरा में रखने के साथ साथ घरों में भी रखा जाता है ताकि हम अपनी आसानी के पेशे नज़र रोज़ाना कुछ न कुछ रक़म उस बक्स में डालते जाएं और सदक़ात