Book Name:Kamalat-e-Mustafa
चूंकि जादू (Magic) के ज़रीए़ कारनामे अपनी तरक़्क़ी की आला तरीन मन्ज़िल पर पहुंचे हुवे थे, इस लिए अल्लाह पाक ने आप عَلَیْہِ السَّلَام को "यदे बैज़ा" (रौशन और चमकदार हाथ) और "अ़सा" (लाठी) के मोजिज़ात अ़त़ा फ़रमाए, जिन से आप عَلَیْہِ السَّلَام ने जादूगरों के साह़िराना (जादूई) कारनामों पर इस त़रह़ ग़लबा ह़ासिल फ़रमाया कि तमाम जादूगर सजदे में गिर पड़े और आप عَلَیْہِ السَّلَام पर ईमान लाए । इसी त़रह़ ह़ज़रते ई़सा عَلَیْہِ السَّلَام के ज़माने में इ़ल्मे त़िब (इ़लाज का यूनानी त़रीक़ा) इन्तिहाई तरक़्क़ी पर पहुंचा हुवा था और उस दौर के त़बीबों यानी डॉक्टर्ज़ ने बड़े बड़े अमराज़ का इ़लाज कर के अपनी फ़न्नी महारत से तमाम इन्सानों को मस्ह़ूर (अपने क़ाबू में) कर रखा था, इस लिए अल्लाह पाक ने ह़ज़रते ई़सा عَلَیْہِ السَّلَام को पैदाइशी अन्धों और कोढ़ के मरज़ में मुब्तला लोगों को शिफ़ा देने और मुर्दों को ज़िन्दा कर देने का मोजिज़ा अ़त़ा फ़रमाया, जिस को देख कर आप عَلَیْہِ السَّلَام के दौर के अत़िब्बा (यानी डॉक्टरों) के होश उड़ गए और वोह ह़ैरान रेह गए, बिल आख़िर उन्हों ने इन मोजिज़ात को इन्सानी कमालात से बहुत ऊंचा मान कर आप عَلَیْہِ السَّلَام की नुबुव्वत का इक़रार कर लिया । अल ग़रज़ ! हर नबी को उस दौर के माह़ोल के मुत़ाबिक़ और उस की क़ौम के मिज़ाज और उन की त़बीअ़त के मुनासिब किसी को एक, किसी को दो, किसी को इस से ज़ियादा मोजिज़ात अ़त़ा हुवे मगर नबिय्ये अकरम صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ चूंकि तमाम नबियों के भी नबी हैं और आप صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ की सीरते मुक़द्दसा तमाम अम्बिया عَلَیْہِمُ السَّلَام की मुक़द्दस ज़िन्दगियों का ख़ुलासा (Summary) है और आप صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ की तालीम तमाम अम्बियाए किराम عَلَیْہِمُ السَّلَام की तालीमात का निचोड़ है और आप صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ दुन्या में एक आ़लमगीर दीन ले कर तशरीफ़ लाए और आ़लमे काइनात में पिछलों और अगलों की तमाम अक़्वाम और मिल्लतें आप صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ की मुक़द्दस दावत की मुख़ात़ब थीं, इस लिए अल्लाह पाक ने आप صَلَّی اللّٰہُ
चूंकि जादू (Magic) के ज़रीए़ कारनामे अपनी तरक़्क़ी की आला तरीन मन्ज़िल पर पहुंचे हुवे थे, इस लिए अल्लाह पाक ने आप عَلَیْہِ السَّلَام को "यदे बैज़ा" (रौशन और चमकदार हाथ) और "अ़सा" (लाठी) के मोजिज़ात अ़त़ा फ़रमाए, जिन से आप عَلَیْہِ السَّلَام ने जादूगरों के साह़िराना (जादूई) कारनामों पर इस त़रह़ ग़लबा ह़ासिल फ़रमाया कि तमाम जादूगर सजदे में गिर पड़े और आप عَلَیْہِ السَّلَام पर ईमान लाए । इसी त़रह़ ह़ज़रते ई़सा عَلَیْہِ السَّلَام के ज़माने में इ़ल्मे त़िब (इ़लाज का यूनानी त़रीक़ा) इन्तिहाई तरक़्क़ी पर पहुंचा हुवा था और उस दौर के त़बीबों यानी डॉक्टर्ज़ ने बड़े बड़े अमराज़ का इ़लाज कर के अपनी फ़न्नी महारत से तमाम इन्सानों को मस्ह़ूर (अपने क़ाबू में) कर रखा था, इस लिए अल्लाह पाक ने ह़ज़रते ई़सा عَلَیْہِ السَّلَام को पैदाइशी अन्धों और कोढ़ के मरज़ में मुब्तला लोगों को शिफ़ा देने और मुर्दों को ज़िन्दा कर देने का मोजिज़ा अ़त़ा फ़रमाया, जिस को देख कर आप عَلَیْہِ السَّلَام के दौर के अत़िब्बा (यानी डॉक्टरों) के होश उड़ गए और वोह ह़ैरान रेह गए, बिल आख़िर उन्हों ने इन मोजिज़ात को इन्सानी कमालात से बहुत ऊंचा मान कर आप عَلَیْہِ السَّلَام की नुबुव्वत का इक़रार कर लिया । अल ग़रज़ ! हर नबी को उस दौर के माह़ोल के मुत़ाबिक़ और उस की क़ौम के मिज़ाज और उन की त़बीअ़त के मुनासिब किसी को एक, किसी को दो, किसी को इस से ज़ियादा मोजिज़ात अ़त़ा हुवे मगर नबिय्ये अकरम صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ चूंकि तमाम नबियों के भी नबी हैं और आप صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ की सीरते मुक़द्दसा तमाम अम्बिया عَلَیْہِمُ السَّلَام की मुक़द्दस ज़िन्दगियों का ख़ुलासा (Summary) है और आप صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ की तालीम तमाम अम्बियाए किराम عَلَیْہِمُ السَّلَام की तालीमात का निचोड़ है और आप صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ दुन्या में एक आ़लमगीर दीन ले कर तशरीफ़ लाए और आ़लमे काइनात में पिछलों और अगलों की तमाम अक़्वाम और मिल्लतें आप صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ की मुक़द्दस दावत की मुख़ात़ब थीं, इस लिए अल्लाह पाक ने आप صَلَّی اللّٰہُ