Book Name:Kamalat-e-Mustafa
टेलीथोन की तरग़ीब
प्यारे प्यारे इस्लामी भाइयो ! राहे ख़ुदा में ख़र्च करने के बे शुमार फ़ज़ाइलो बरकात हैं । चुनान्चे, नबिय्ये करीम, रऊफ़ुर्रह़ीम صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ ने वक़्तन फ़ वक़्तन सदके़ के बहुत से फ़ज़ाइल बयान फ़रमाए हैं ।
v सदक़ा अल्लाह पाक के ग़ज़ब को बुझाता और बुरी मौत को दूर करता है । (ترمذی،کتاب الزکاۃ، باب ما جاء فی فضل الصدقۃ،۲/۱۴۶،حدیث:۶۶۴)
v सदक़ा बुराई के सत्तर दरवाज़े बन्द करता है । (فردوس الاخبار،۲/۳۴،حدیث:۳۶۵۱)
v सदक़ा गुनाह को मिटा देता है, जैसे पानी आग को बुझा देता है । (ترمذی، کتاب الزکاۃ،۲/۱۱۸،حدیث:۶۱۴)
v मुसलमान का दिया हुवा सदक़ा उ़म्र (Age) को बढ़ाता और बुरी मौत को रोकता है । (فردوس الاخبار،۲/۲۶،حدیث:۳۵۷۸)
v सदक़ा सत्तर क़िस्म की बलाओं को रोकता है जिन में आसान तर बला बदन बिगड़ना और सफे़द दाग़ हैं । (تاریخ البغداد،۸/ ۲۰۴، حدیث:۴۳۲۶)
प्यारे प्यारे इस्लामी भाइयो ! आज का दौर ऐसा है कि जिस में मालो दौलत सर्फ़ किए बिग़ैर कोई भी काम करना बहुत दुशवार है, यहां तक कि दीन का काम करने, दीनी तालीमात को फैलाने, जामिआ़त व मदारिस चलाने और इ़ल्मे दीन के फ़रोग़ के लिए भी कसीर सरमाए की क़दम क़दम पर ज़रूरत पड़ती है । प्यारे आक़ा, दो आ़लम के दाता صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ का फ़रमाने आ़लीशान है : आख़िर ज़माना में दीन का काम भी दिरहमो दीनार से होगा । (المعجم الکبیر، ۲۰/۲۷۹،حدیث:۶۶۰،ملخصاً)
اَلْحَمْدُ لِلّٰہ आ़शिक़ाने रसूल की मदनी तह़रीक दावते इस्लामी दुन्या भर में कमो बेश 108 शोबाजात के ज़रीए़ क़ुरआनो सुन्नत का पैग़ाम आ़म कर रही है जिन पर अरबों रुपये के अख़राजात आते हैं, इन शोबाजात में "जामिअ़तुल मदीना" और "मद्रसतुल मदीना" भी शामिल हैं, जहां क़ुरआने