Book Name:Waqt Ki Qadr o Qeemat Ma Waqt Zaya Karnay Walay Chand Umoor Ki Nishandahi
क़ियाम के साथ साथ "कुफ़्रिय्या कलिमात के बारे में सुवाल जवाब" "ग़ीबत की तबाहकारियां" "नेकी की दा'वत" "वसाइले बख़्शिश" बारह रसाइल का मजमूआ़ "नमाज़ के अह़काम" "फै़ज़ाने सुन्नत जिल्द अव्वल और दुवुम" "पर्दे के बारे में सुवाल जवाब" और फ़िक़्ही मसाइल, क़ब्रो आख़िरत, त़िब और दीगर कई मौज़ूआ़त पर सैंक्ड़ों मदनी मुज़ाकरे और हज़ारहा सफ़ह़ात पर मुश्तमिल तह़रीरी मवाद भी है ।
اَلْحَمْدُ لِلّٰہ ! आप دَامَتْ بَرْکَاتُھُمُ الْعَالِیَہ ने मुसलमानों के दिलो दिमाग़ में वक़्त की अहम्मिय्यत का एह़सास बेदार करने और उन के सीनों में बुज़ुर्गों की मदनी सोच मुन्तक़िल करने के लिये क़ुरआनी आयात, अह़ादीसे मुबारका, अक़्वाले बुज़ुर्गाने दीन और नसीह़त से भरपूर मदनी फूलों से आरास्ता "अनमोल हीरे" नामी एक रिसाला भी तह़रीर फ़रमाया है ।
اَلْحَمْدُ لِلّٰہ मजलिसे तराजिम की त़रफ़ से इस रिसाले का मुख़्तलिफ़ ज़बानों में तर्जमा भी हो चुका है, उन में अ़रबी, इंगलिश, हिन्दी, गुजराती और सिन्धी वग़ैरा शामिल हैं । येह रिसाला मक्तबतुल मदीना के बस्ते से हदिय्यतन त़लब फ़रमा कर ख़ुद भी मुत़ालआ़ कीजिये और दूसरे इस्लामी भाइयों को भी तोह़्फ़तन पेश कीजिये । दा'वते इस्लामी की वेबसाइट www.dawateislami.net से इस रिसाले को पढ़ा भी जा सकता है, डाउन लोड (Download) और प्रिन्ट आउट (Print Out) भी किया जा सकता है ।
अल्लाह पाक की रह़मत से अमीरे अहले सुन्नत دَامَتْ بَرْکَاتُھُمُ الْعَالِیَہ ने वक़्त की क़द्र की और फिर आ़शिक़ाने रसूल की मदनी तह़रीक दा'वते इस्लामी को वोह अ़ज़ीम मक़्बूलिय्यत मिली कि दुन्या भर में दा'वते इस्लामी की नेक नामी के डंके बजने लगे । इस तह़रीक के दीनी कामों का ए'तिराफ़ और ह़ौसला अफ़्ज़ाई न सिर्फ़ अ़वाम ने की बल्कि उ़लमाए किराम भी इस के दीनी कामों की ता'रीफे़ं फ़रमाते और अपनी दुआ़ओं से नवाज़ते हैं । ऐ काश ! अमीरे अहले सुन्नत के सदके़ हमें भी दीन की ख़िदमत का जज़्बा नसीब हो जाए और हम भी ज़ैली ह़ल्के़ के 12 मदनी कामों में ह़िस्सा ले कर दीने मतीन की ख़िदमत में कामयाब हो जाएं ।
12 मदनी कामों में से एक मदनी काम "मदनी इनआ़मात"
याद रहे ! ज़ैली ह़ल्के़ के 12 मदनी कामों में से एक मदनी काम "मदनी इनआ़मात" के मुत़ाबिक़ रोज़ाना फ़िक्रे मदीना करते हुवे हर मदनी माह की पहली तारीख़ को अपने यहां के ज़िम्मेदार को मदनी इनआ़मात का रिसाला जम्अ़ करवाना भी है । 12 मदनी कामों में से यौमिया इस मदनी काम "मदनी इनआ़मात" की तफ़्सीली मा'लूमात जानने के लिये मक्तबतुल मदीना के रिसाले "मदनी इनआ़मात" का मुत़ालआ़ कीजिये । तमाम ज़िम्मेदाराने दा'वते इस्लामी बिल ख़ुसूस मदनी इनआ़मात की मजालिस के निगरान व अराकीन तो इस रिसाले का लाज़िमी मुत़ालआ़ फ़रमाएं । येह रिसाला मक्तबतुल मदीना के बस्ते पर दस्तयाब होने के साथ साथ दा'वते इस्लामी की वेबसाइट www.dawateislami.net से पढ़ा भी जा सकता है ।
इस रिसाले की बरकत से आप पढ़ सकेंगे : ٭ अनमोल बातें । ٭ मदनी इनआ़मात के मक़ासिद । ٭ चन्द मदनी इनआ़मात के त़िब्बी व साइन्सी फ़वाइद । ٭ मदनी इनआ़मात पर अ़मल करने का फ़र्ज़ी जदवल । ٭ इजतिमाई़ फ़िक्रे मदीना का त़रीक़ा । ٭ मदनी इनआ़मात के