Book Name:Jawani Me Ibadat kay Fazail
(मिरआतुल मनाजीह़, 7 / 89)
صَلُّوْا عَلَی الْحَبِیْب! صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلٰی مُحَمَّد
8 मदनी कामों में से एक मदनी काम "मदनी इनआ़मात"
मीठी मीठी इस्लामी बहनो ! जवानी में इ़बादत का जज़्बा बढ़ाने और नफ़्सो शैत़ान की चालों से होश्यार रहने के लिये आ़शिक़ाने रसूल की मदनी तह़रीक दा'वते इस्लामी के मदनी माह़ोल से वाबस्ता रह कर ज़ैली ह़ल्के़ के 8 मदनी कामों में बढ़ चढ़ कर ह़िस्सा लीजिये । 8 मदनी कामों में से एक मदनी काम "मदनी इनआ़मात" पर अ़मल करना भी है । अमीरे अहले सुन्नत دَامَتْ بَرْکَاتُھُمُ الْعَالِیَہ के अ़त़ा कर्दा 63 मदनी इनआ़मात नेक बनने और अपने एह़तिसाब का बेहतरीन नुस्ख़ा है और अपना मुह़ासबा करने के ह़वाले से ह़ज़रते सय्यिदुना उ़मर फ़ारूक़ رَضِیَ اللّٰہُ تَعَالٰی عَنْہ ने फ़रमाया : अपने नफ़्स का मुह़ासबा करो, इस से पहले कि तुम्हारा ह़िसाब लिया जाए और वज़्न किये जाने से पहले अपने आ'माल का ख़ुद वज़्न कर लो और बहुत बड़ी पेशी के लिये तय्यार हो जाओ ।
(फै़ज़ाने इह़याउल उ़लूम, स. 79)
लिहाज़ा वक़्त मुक़र्रर कर के रोज़ाना फ़िक्रे मदीना कीजिये (या'नी मदनी इनआ़मात के मुत़ाबिक़ आज कहां तक अ़मल हुवा ?) रिसाले में दिये गए ख़ाने पुर कर के हर मदनी माह की पहली तारीख़ को अपनी ज़िम्मेदार इस्लामी बहन को जम्अ़ करवा दीजिये नीज़ मक्तबतुल मदीना की शाएअ़ कर्दा किताब "जन्नत के त़लबगारों के लिये मदनी गुलदस्ता" के ज़रीए़ दीगर इस्लामी बहनों को भी मदनी इनआ़मात पर अ़मल करने की तरग़ीब दिलाइये । हर इस्लामी बहन इनफ़िरादी कोशिश करने वाले मदनी इनआ़म पर अ़मल करते हुवे हर माह मदनी इनआ़मात के कम अज़ कम 26 रसाइल तक़्सीम कर के अगले माह वुसूल करने की भी कोशिश करे । हदफ़ : फ़ी ज़ैली ह़ल्क़ा कम अज़ कम 12 रसाइल हैं ।
٭ اَلْحَمْدُ لِلّٰہ मदनी इनआ़मात अ़मल का जज़्बा बढ़ाने और गुनाहों से पीछा छुड़ाने का बेहतरीन नुस्ख़ा हैं । ٭ मदनी इनआ़मात पर अ़मल करने