Book Name:Fazilat Ka Maiyar Taqwa
पाक से डरने वाले, रसूलुल्लाह صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ की सुन्नतों की पैरवी करने वाले, नज़र, दिल और आंख की ह़िफ़ाज़त करने वाले और दीगर नेक अफ़्आ़ल बजा लाने वाले मुत्तक़ी लोग आख़िरत में किस शानो अ़ज़मत के मालिक होंगे !
मुत्तक़ी लोग जहां अल्लाह पाक को मह़बूब हैं, वहीं उस के प्यारे ह़बीब, हम गुनाहगारों के त़बीब صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ के भी पसन्दीदा हैं । चुनान्चे, उम्मुल मोमिनीन, ह़ज़रते सय्यिदतुना आ़इशा सिद्दीक़ा, त़य्यिबा, त़ाहिरा رَضِیَ اللّٰہُ تَعَالٰی عَنْھَا इरशाद फ़रमाती हैं : नबिय्ये करीम, रऊफ़ुर्रह़ीम, मह़बूबे रब्बे अ़ज़ीम صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ किसी चीज़ पर तअ़ज्जुब न फ़रमाते और न ही दुन्या की कोई चीज़ आप صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ को तअ़ज्जुब में डालती सिवाए साह़िबे तक़्वा के । (مسند احمد ،مسندعائشۃ،۹ / ۳۴۱،حدیث:۲۴۴۵۷)
इसी त़रह़ नबिय्ये करीम, रऊफ़ुर्रह़ीम صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ ने फ़रमाया : इ़ल्म की फ़ज़ीलत, इ़बादत की फ़ज़ीलत से बढ़ कर है और तुम्हारे दीन की बेहतरीन चीज़ "तक़्वा" है । (معجم اوسط،من اسمہ علی،۳ / ۹۲، حدیث: ۳۹۶۰)
सब से ज़ियादा इ़ज़्ज़त वाला कौन ?
ह़ज़रते सय्यिदुना अबू हुरैरा رَضِیَ اللّٰہُ تَعَالٰی عَنْہ से मरवी है, अ़र्ज़ की गई : या रसूलल्लाह صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ ! सब से ज़ियादा इ़ज़्ज़त वाला कौन है ? फ़रमाया : वोह जो लोगों में सब से ज़ियादा मुत्तक़ी हो ।
(بخاری، کتاب احادیث الانبیاء،باب قولہ تعالٰی واتخذ اللہ ابراہیم خلیلا،۲ / ۴۲۱،حدیث:۳۳۵۳)
एक और रिवायत में है कि रसूलुल्लाह صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ ने ह़ज़रते अबू ज़र رَضِیَ اللّٰہُ تَعَالٰی عَنْہ से फ़रमाया : तुम किसी सुर्ख़ या काले से बेहतर नहीं मगर येह कि तुम उस से तक़्वा में बढ़ जाओ ।
(مسند احمد، مسند الانصار،حدیث ابی ذر الغفاری،۸ / ۹۳،حدیث:۲۱۴۶۴)
ह़कीमुल उम्मत, ह़ज़रते मुफ़्ती अह़मद यार ख़ान رَحْمَۃُ اللّٰہ ِتَعَالٰی عَلَیْہ फ़रमाते हैं : सियाह फ़ाम मोमिन (या'नी काले रंग वाला मुसलमान) हज़ारहा सुर्ख़ सफे़द