Hasanain-e-Karimain ki Shan-o-Azmat

Book Name:Hasanain-e-Karimain ki Shan-o-Azmat

अच्छी सोह़बत के बारे में मदनी फूल

          मीठे मीठे इस्लामी भाइयो ! आइये ! अच्छी सोह़बत के बारे में चन्द मदनी फूल सुनने की सआदत ह़ासिल करते हैं । पहले 2 फ़रामैने मुस्त़फ़ा صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ मुलाह़ज़ा कीजिये :

1- फ़रमाया : اَلْمَرْءُ مَعَ مَنْ اَحَبَّ इन्सान उस के साथ होगा जिस से वोह मह़ब्बत करे । ( مسلم،  کتاب البر …الخ،  باب المرء مع من احب، ص ۱۰۸۸، حدیث:۶۷۱۸)

2- फ़रमाया : आदमी अपने दोस्त के दीन पर होता है, लिहाज़ा तुम में से हर एक को चाहिये कि वोह देखे कि किस से दोस्ती कर रहा है । (ترمذی،  کتاب الزہد،  ۴۵-باب،  ۴   /   ۱۶۷،  حدیث: ۲۳۸۵)

'लान

          अच्छी सोह़बत के बारे में मज़ीद अहम मदनी फूल तरबिय्यती ह़ल्क़ों में बयान किये जाएंगे, लिहाज़ा इन मदनी फूलों को जानने के लिये तरबिय्यती ह़ल्क़ों में ज़रूर शिर्कत कीजिये ।

صَلُّوْا عَلَی الْحَبِیْب!                             صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلٰی مُحَمَّد

दा'वते इस्लामी के हफ़्तावार

सुन्नतों भरे इजतिमाअ़ में पढ़े जाने वाले

6 दुरूदे पाक और 2 दुआएं

{1} शबे जुमुआ का दुरूद :

اَللّٰہُمَّ صَلِّ وَسَلِّمْ وَبَارِکْ عَلٰی سَیِّدِنَامُحَمَّدِنِ النَّبِیِّ الْاُمِّیِّ الْحَبِیْبِ الْعَالِی الْقَدْرِالْعَظِیْمِ

وَعَلٰی  اٰلِہٖ وَصَحْبِہٖ وَسَلِّمْ   الْجَاہِ

        बुज़ुर्गों ने फ़रमाया कि जो शख़्स हर शबे जुमुआ (जुमुआ और जुमा'रात की दरमियानी रात) इस दुरूद शरीफ़ को पाबन्दी से कम अज़ कम एक मरतबा पढे़गा, तो मौत के वक़्त सरकारे मदीना صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ की ज़ियारत करेगा और क़ब्र में दाख़िल होते वक़्त भी यहां तक कि वोह देखेगा कि सरकारे