Book Name:Ita'at-e-Mustafa
2- अच्छी बात के इ़लावा अपनी ज़बान को रोके रखो, इस त़रह़ तुम शैत़ान पर ग़ालिब आ जाओगे । (الترغیب والترھیب ،کتاب الادب وغیرہ، باب الترغیب فی الصمت ...الخ ، رقم ۲۹، ج۳ ، ص ۳۴۱)
3- मोमिनों में कामिल तरीन शख़्स वोह है जो उन में ज़ियादा अच्छे अख़्लाक़ वाला है और तुम में से बेहतरीन शख़्स वोह है जो अपने अहले ख़ाना के मुआ़मले में बेहतर हो ।
(جامع ترمذی ،کتاب الایمان ،با ب ماجاء فی استکمال الایمان وزیادتہ ونقصانہ ،رقم ۲۶۲۱ ،ج۴ ،ص ۲۷۸)
4- जो अपने किसी भाई के किसी ऐ़ब को देख ले और उस की पर्दापोशी करे, तो अल्लाह पाक उसे उस पर्दापोशी की वज्ह से जन्नत में दाख़िल फ़रमाएगा । (المعجم الکبیر مسند عُقْبَہ بن عامر، رقم ۷۹۵، ج۱۷، ص ۲۸۸)
5- जिस के माल या जान में मुसीबत आई फिर उस ने उसे पोशीदा रखा और लोगों पर ज़ाहिर न किया, तो अल्लाह पाक पर ह़क़ है कि उस की मग़फ़िरत फ़रमा दे । (المعجم الاوسط للطبرانی،ج ۱،ص ۲۱۴،حدیث:۷۳۷)
वई़दों पर मुश्तमिल 7 फ़रामीने मुस्त़फ़ा صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ
आप صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ ने जिन गुनाहों की मज़म्मत बयान फ़रमाई और बचने का ह़ुक्म दिया, उन से बचना भी "इत़ाअ़ते रसूल" है । आइये ! इस ज़िमन में भी 7 फ़रामीने मुस्त़फ़ा صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ सुनती हैं :
1- दो शख़्स ऐसे हैं जिन की त़रफ़ अल्लाह पाक क़ियामत के दिन नज़रे रह़मत नहीं फ़रमाएगा, रिश्ता काटने वाला और बुरा पड़ोसी ।
(الجامع الصغیر:۱/۱۷،حدیث:۱۶۲)
2- ज़ुल्म से बचो ! इस लिये कि वोह क़ियामत के अन्धेरों में से है ।
(الجامع الصغیر:۱/۱۵،حدیث:۱۳۶)
3- फ़ोह़्श गोई, सख़्त दिली से है और सख़्त दिली आग में है ।
(سُنَنُ التِّرْمِذِیّ ج۳ ص۴۰۶ حدیث۲۰۱۶)
4- बुग़्ज़ रखने वालों से बचो ! क्यूंकि बुग़्ज़, दीन को तबाह कर देता है ।
( کنز العمال، الحدیث: ۵۴۸۶، ج۳،الجزء الثالث ،ص۲۸)