Ita'at-e-Mustafa

Book Name:Ita'at-e-Mustafa

صَلُّوْا عَلَی الْحَبِیْب!        صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلٰی مُحَمَّد

8 मदनी कामों में से एक मदनी काम

"मद्रसतुल मदीना बालिग़ात"

          मीठी मीठी इस्लामी बहनो ! इत़ाअ़ते मुस्त़फ़ा का जज़्बा पाने का एक बेहतरीन ज़रीआ़ आ़शिक़ाने रसूल की मदनी तह़रीक दा'वते इस्लामी के मदनी माह़ोल से वाबस्ता रह कर ज़ैली ह़ल्क़े के 8 मदनी कामों ह़िस्सा लेना भी है । याद रहे ! ज़ैली ह़ल्के़ के 8 मदनी कामों में से रोज़ाना का एक मदनी काम "मद्रसतुल मदीना बालिग़ात" में पढ़ना या पढ़ाना भी है । फ़ी ज़ैली ह़ल्क़ा कम अज़ कम एक मद्रसतुल मदीना (बालिग़ात) का एहतिमाम कीजिये । मद्रसतुल मदीना में पढ़ने वालियों का हदफ़ अम अज़ कम 12 इस्लामी बहनें हैं (दौरानिया : ज़ियादा से ज़ियादा 1 घन्टा 12 मिनट) । सुब्ह़ 8:00 ता अज़ाने अ़स्र तक किसी भी वक़्त (बा पर्दा जगह में) तरकीब की जा सकती है । दुरुस्त क़ुरआने पाक पढ़ना सिखाने के साथ साथ ग़ुस्ल, वुज़ू, नमाज़, सुन्नतें, दुआ़एं नीज़ औ़रतों के शरई़ मसाइल वग़ैरा ज़बानी नहीं बल्कि मक्तबतुल मदीना से शाएअ़ कर्दा किताब "इस्लामी बहनों की नमाज़" से देख देख कर सिखाइये । मद्रसतुल मदीना (बालिग़ात) "मदनी फूलों" के मुत़ाबिक़ लगाइये ।

          ٭ اَلْحَمْدُ لِلّٰہ عَزَّ وَجَلَّ मद्रसतुल मदीना बालिग़ात में ह़ाज़िरी की बरकत से अच्छी सोह़्बत मुयस्सर आती है । ٭ मद्रसतुल मदीना बालिग़ात की बरकत से क़ुरआने करीम पढ़ने, सुनने की सआ़दत मिलती है । ٭ मद्रसतुल मदीना बालिग़ात की बरकत से मदनी इनआ़मात पर अ़मल का जज़्बा मिलता है । ٭ मद्रसतुल मदीना बालिग़ात इ़ल्मे दीन सीखने, सिखाने का भी निहायत मुअस्सर ज़रीआ़ है और दीन की बातें सीखने की फ़ज़ीलत के बारे में मन्क़ूल है कि अल्लाह पाक ने ह़ज़रते सय्यिदुना मूसा कलीमुल्लाह عَلٰی نَبِیِّنَا وَ عَلَیْہِ الصَّلٰوۃُ وَالسَّلَام की त़रफ़ वह़्य फ़रमाई : भलाई की बातें ख़ुद भी सीखो और दूसरों को भी सिखाओ, मैं भलाई सीखने और सिखाने वालों की क़ब्रों को रौशन फ़रमाऊंगा ताकि उन को किसी क़िस्म की वह़्शत न हो । (حِلیۃُ الاَولِیاء، ۶/۵،حدیث۷۶۲۲)