Book Name:Moasharay Ki Islah
में मसरूफ़ हैं, आप دَامَتْ بَرْکَاتُھُمُ الْعَالِیَہ लोगों को नर्मी व मह़ब्बत से नेकी की दावत दे कर गुनाहों से रोकने के लिए हर दम मसरूफ़ हैं । अमीरे अहले सुन्नत دَامَتْ بَرْکَاتُھُمُ الْعَالِیَہ जहां इनफ़िरादी कोशिश के ज़रीए़ मुआ़शरे की इस्लाह़ कर रहे हैं, वहीं अपने मदनी मुज़ाकरों के ज़रीए़ भी मुआ़शरे की इस्लाह़ में अहम किरदार अदा कर रहे हैं । आप دَامَتْ بَرْکَاتُھُمُ الْعَالِیَہ के बयानात और मदनी मुज़ाकरे तासीर का तीर बन कर असर कर रहे हैं, मदनी मुज़ाकरे देखने, सुनने वालों की तवज्जोह का आ़लम देखने के क़ाबिल होता है, आ़शिक़ाने रसूल की मदनी तह़रीक दावते इस्लामी के सुन्नतों भरे इजतिमाआ़त हों या मदनी मुज़ाकरे, कसीर आ़शिक़ाने रसूल आप دَامَتْ بَرْکَاتُھُمُ الْعَالِیَہ के इरशादात से भरपूर फ़ाइदा ह़ासिल करते हैं, इन्टरनेट के ज़रीए़ मदनी चेनल देखने और सुनने वालों की तादाद इस के इ़लावा है, सिर्फ़ येही नहीं बल्कि आप دَامَتْ بَرْکَاتُھُمُ الْعَالِیَہ के सुन्नतों भरे बयानात व मदनी मुज़ाकरे मदनी चेनल के ज़रीए़ घरों, दुकानों (Shops) और जामिआ़त वग़ैरा में भी निहायत शौक़ से देखे और सुने जाते हैं, आप دَامَتْ بَرْکَاتُھُمُ الْعَالِیَہ का अन्दाज़े बयान बेह़द सादा और समझाने का त़रीक़ा ऐसा दिलकश होता है कि लाखों मुसलमान तौबा कर के अपनी और सारी दुन्या के लोगों की इस्लाह़ की कोशिश के मुक़द्दस जज़्बे से सरशार हो गए हैं । आइए ! एक ह़िकायत सुनते हैं । चुनान्चे,
नमाज़ी डाकू
एक ज़िम्मेदार इस्लामी भाई के एक दोस्त बहुत ज़ियादा मॉर्डन, जुवे और शराब के आ़दी थे, किसी त़रह़ बाज़ न आते थे, एक बार बाबुल मदीना से कोलम्बो रवानगी के वक़्त उस ज़िम्मेदार ने उस के सामान में अमीरे अहले सुन्नत دَامَتْ بَرْکَاتُھُمُ الْعَالِیَہ के सुन्नतों भरे बयान की केसेट "नमाज़ी डाकू" डाल दी, कोलम्बो पहुंच कर उस ने बयान सुना, अमीरे अहले सुन्नत دَامَتْ بَرْکَاتُھُمُ الْعَالِیَہ के अल्फ़ाज़ उस पर असर करने लगे । इस बयान की बरकत से उस में ह़ैरत अंगेज़ तब्दीली आ गई, यहां तक कि उस ने चेहरे पे दाढ़ी शरीफ़ और सर पर इ़मामा शरीफ़ का ताज मुस्तक़िल त़ौर पर सजा लिया, आ़शिक़ाने रसूल की मदनी तह़रीक दावते इस्लामी के मदनी कामों में मश्ग़ूलिय्यत इख़्तियार कर ली और अमीरे अहले सुन्नत دَامَتْ بَرْکَاتُھُمُ الْعَالِیَہ से मुरीद हो कर अ़त़्त़ारी होने की सआ़दत भी पा ली । (तआ़रुफे़ अमीरे अहले सुन्नत, स. 26)
صَلُّوْا عَلَی الْحَبِیْب! صَلَّی اللّٰہُ عَلٰی مُحَمَّد
अमीरे अहले सुन्नत دَامَتْ بَرْکَاتُھُمُ الْعَالِیَہ का फै़ज़ान
ऐ आ़शिक़ाने रसूल ! अमीरे अहले सुन्नत, ह़ज़रते अ़ल्लामा मौलाना मुह़म्मद इल्यास अ़त़्त़ार क़ादिरी دَامَتْ بَرْکَاتُھُمُ الْعَالِیَہ के दिल में नेकी की दावत आ़म करने और