Book Name:Tazeem-e-Mustafa Ma Jashne Milad Ki Barakaten
1. रसूलुल्लाह صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ बडे़ हैं ? इरशाद फ़रमाया : ہُوَ اَکْبَرُ مِنِّیْ وَاَنَا کُنْتُ قَبْلَہٗ बड़े तो वोही हैं, बस पैदा मैं उन से पहले हुवा हूं ।
(کنز العمال: ۱۳/۲۲۴حدیث:۳۷۳۴۴)
मीठे मीठे इस्लामी भाइयो ! आप ने सुना कि सह़ाबए किराम عَلَیْہِمُ الرِّضْوَان, सरकारे मदीना, क़रारे क़ल्बो सीना صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ से कैसी वालिहाना मह़ब्बत और ता'ज़ीम किया करते थे कि उ़म्र में बड़े होने के बा वुजूद भी बड़ा होने की निस्बत रसूलुल्लाह की त़रफ़ ही करते । लिहाज़ा हमें चाहिये कि हम भी इ़श्के़ मुस्त़फ़ा की शम्अ़ न सिर्फ़ अपने दिल में रौशन करें बल्कि अपनी औलाद को भी सह़ाबए किराम عَلَیْہِمُ الرِّضْوَان के इ़श्के़ रसूल के प्यारे प्यारे वाक़िआ़त सुना कर बचपन ही से उन के दिल में मह़ब्बते रसूल को मज़बूत़ करें । इस के लिये दा'वते इस्लामी के इशाअ़ती इदारे मक्तबतुल मदीना की 274 सफ़ह़ात पर मुश्तमिल किताब "सह़ाबए किराम का इ़श्के़ रसूल" का मुत़ालआ़ बेह़द मुफ़ीद रहेगा । इस के इ़लावा दा'वते इस्लामी के मुश्कबार मदनी माह़ोल से वाबस्ता हो कर हर माह तीन दिन के मदनी क़ाफ़िले में सफ़र, मदनी इनआ़मात पर अ़मल, मदनी मुज़ाकरों और हफ़्तावार सुन्नतों भरे इजतिमाअ़ में शिर्कत करने की बरकत से भी اِنْ شَآءَ اللّٰہ इ़श्के़ रसूल की दौलत नसीब होगी ।
صَلُّوْا عَلَی الْحَبِیْب! صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلٰی مُحَمَّد
12 मदनी कामों में से एक मदनी काम "मदनी दौरा"
मीठे मीठे इस्लामी भाइयो ! इ़श्के़ रसूल की ने'मत पाने का एक और बेहतरीन ज़रीआ़ "मदनी दौरा" भी है । मदनी दौरे में घर घर, दुकान दुकान जा कर नेकी की दा'वत दी जाती है । जै़ली ह़ल्क़ों में हफ़्तावार मदनी दौरा करने के साथ साथ मदनी क़ाफ़िले के जदवल के मुत़ाबिक़ रोज़ाना मदनी दौरे की तरकीब होती है ।
नेकी की दा'वत देना तो ऐसा अहम फ़रीज़ा है कि तमाम ही अम्बियाए किराम عَلَیْہِمُ السَّلَام बल्कि ख़ुद सय्यिदुल अम्बिया, मह़बूबे ख़ुदा صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ को इसी मक़्सद के लिये दुन्या में भेजा गया । इन मुक़द्दस हस्तियों ने ढेरों मुश्किलात और तक्लीफे़ं बरदाश्त कीं लेकिन नेकी का ह़ुक्म देने और बुराई से रोकने के इस अ़ज़ीम फ़रीज़े को बख़ूबी सर अन्जाम दिया ।
٭ मदनी दौरे की बरकत से कई लोगों की ज़िन्दगियों में मदनी इन्क़िलाब बरपा हुवा है । ٭ मदनी दौरे की बरकत से मस्जिद में नमाज़ियों की ता'दाद बढ़ जाती है । ٭ मदनी दौरा मुआ़शरे के बिगड़े हुवे अफ़राद को दा'वते इस्लामी के