Book Name:Aala Hazrat Ki Ibadat o Riazat
मुख़्तलिफ़ उ़न्वानात पर कमो बेश एक हज़ार किताबें लिखी हैं । यूं तो आप رَحْمَۃُ اللّٰہ ِتَعَالٰی عَلَیْہ ने सिने 1286 हिजरी से सिने 1340 हिजरी तक लाखों फ़तवे दिये होंगे, लेकिन अफ़्सोस ! सब नक़्ल न किये जा सके, जो नक़्ल कर लिये गए थे उन का मजमूआ "फ़तावा रज़विय्या" के नाम से मश्हूर है । फ़तावा रज़विय्या की 30 जिल्दें हैं, जिन के कुल सफ़ह़ात 21656, कुल सुवालात व जवाबात 6847 और कुल रसाइल 206 हैं । (फ़तावा रज़विय्या, 30/10)
क़ुरआन, ह़दीस, फ़िक़ह, मन्ति़क़ और कलाम वग़ैरा में आप رَحْمَۃُ اللّٰہ ِتَعَالٰی عَلَیْہ की वुस्अ़ते नज़री का अन्दाज़ा आप رَحْمَۃُ اللّٰہ ِتَعَالٰی عَلَیْہ के फ़तावा के मुत़ालए़ से ही हो सकता है, क्यूंकि आप رَحْمَۃُ اللّٰہ ِتَعَالٰی عَلَیْہ के हर फ़तवे में दलाइल का समुन्दर मौजज़न है और वाके़ई़ आप رَحْمَۃُ اللّٰہ ِتَعَالٰی عَلَیْہ का फ़तावा, क़ुरआन, ह़दीस, इजमाअ़ और फ़ुक़हाए किराम के जुज़ईय्यात से आरास्ता हर क़िस्म के मसाइल का ऐसा ह़सीन गुलदस्ता है जो रहती दुन्या तक लोगों के क़ल्बो फ़िक्र को अपनी महकी महकी ख़ुश्बू से महकाता रहेगा और आ'ला ह़ज़रत I के मज़ारे पुर अन्वार में आप I के दरजाते रफ़ीआ (या'नी बुलन्द दरजों) में मज़ीद बुलन्दी का सबब बनता रहेगा ।
صَلُّوْا عَلَی الْحَبِیْب! صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلٰی مُحَمَّد
8 मदनी कामों में से एक मदनी काम "मदनी दौरा"
मीठी मीठी इस्लामी बहनो ! फै़ज़ाने आ'ला ह़ज़रत से माला माल होने के लिये दा'वते इस्लामी के मदनी माह़ोल से वाबस्ता रहिये और ज़ैली ह़ल्के़ के 8 मदनी कामों में बढ़ चढ़ कर ह़िस्सा लीजिये । ज़ैली ह़ल्के़ के 8 मदनी कामों में से एक मदनी काम "मदनी दौरा" भी है, जिस के ज़रीए़ इस्लामी बहनों को घर घर जा कर नेकी की दा'वत दी जाती है । हफ़्ते का कोई एक दिन मुक़र्रर कर के जगह बदल बदल कर "मदनी दौरा" के ज़रीए़ नेकी की दा'वत की सआदत ह़ासिल कीजिये । कम अज़ कम 7 इस्लामी बहनें (जिन में कम अज़ कम एक बड़ी उ़म्र वाली ज़रूर हों) अपने ज़ैली ह़ल्के़ या ह़ल्के़ के अत़राफ़ में (पर्दे की एह़तियात़ के साथ) घर घर जा कर 72 मिनट "मदनी दौरा" की तरकीब बनाएं