Book Name:Jahannam Say Bachany Waly Aamal
क़द्र ब मा'ना तक़दीर या क़द्र ब मा'ना इ़ज़्ज़त या'नी इ़ज़्ज़त वाली रात । (2) इस में क़द्र वाला क़ुरआने पाक नाज़िल हुवा । (3) जो इ़बादत इस में की जावे उस की क़द्र है । (4) क़द्र ब मा'ना तंगी या'नी मलाइका इस रात में इस क़दर आते हैं कि ज़मीन तंग हो जाती है, इन वुजूह से इसे शबे क़द्र या'नी क़द्र वाली रात कहते हैं । (मवाइ़ज़े नई़मिय्या स. 62)
बुख़ारी शरीफ़ की ह़दीस में है : जिस ने इस रात में ईमान और इख़्लास के साथ क़ियाम किया, तो उस के उ़म्र भर के गुज़श्ता गुनाह मुआ़फ़ कर दिये जाएंगे । (صحیح بُخاری ،ج۱،ص660،حدیث2014)
मीठे मीठे इस्लामी भाइयो ! हमें भी चाहिये कि इस रात में ज़ियादा से ज़ियादा इ़बादत व तिलावत करें और अपने गुनाहों से तौबा कर के रब तआ़ला की रिज़ा वाले कामों में मश्ग़ूल हो जाएं वरना याद रखिये ! अल्लाह पाक ने अपने ना फ़रमानों के लिये जहन्नम का अ़ज़ाब तय्यार कर रखा है, अल्लाह पाक हमें इस से पनाह अ़त़ा फ़रमाए । क़ुरआने पाक में मुख़्तलिफ़ मक़ामात पर जहन्नमियों को दिये जाने वाले अ़ज़ाब का ज़िक्र किया गया है । चुनान्चे, पारह 15, सूरतुल कहफ़, आयत नम्बर 29 में इरशाद होता है :
اِنَّاۤ اَعْتَدْنَا لِلظّٰلِمِیْنَ نَارًاۙ-اَحَاطَ بِهِمْ سُرَادِقُهَاؕ-وَ اِنْ یَّسْتَغِیْثُوْا یُغَاثُوْا بِمَآءٍ كَالْمُهْلِ یَشْوِی الْوُجُوْهَؕ-بِئْسَ الشَّرَابُؕ- (پ۱۵،الکہف،آیت:۲۹)
तर्जमए कन्ज़ुल इ़रफ़ान : बेशक हम ने ज़ालिमों के लिये वोह आग तय्यार कर रखी है जिस की दीवारें उन्हें घेर लेंगी और अगर वोह पानी के लिये फ़रयाद करें, तो उन की फ़रयाद उस पानी से पूरी की जाएगी जो पिघलाए हुवे तांबे की त़रह़ होगा जो उन के मुंह को भून देगा, क्या ही बुरा पीना और दोज़ख़ क्या ही बुरी ठहरने की जगह है ।
मीठे मीठे इस्लामी भाइयो ! देखा आप ने ! जहन्नमियों के साथ कैसा इ़ब्रतनाक सुलूक होगा और जहन्नम में उन्हें कैसे शदीद अ़ज़ाबात का सामना करना पड़ेगा । हमारे आक़ा व मौला صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ हमें सिखाने के लिये कसरत के साथ जहन्नम के अ़ज़ाब से पनाह मांगते थे ।
(صحیح مسلم، کتاب المساجد، باب ما یستعاذ منہ في الصلاۃ، الحدیث: ۱۳۳ ،ص۲۹۷, बहारे शरीअ़त, 1/163)