Jahannam Say Bachany Waly Aamal

Book Name:Jahannam Say Bachany Waly Aamal

है । (बुरे ख़ातिमे के अस्बाब, स. 20) ٭ इमाम ग़ज़ाली رَحْمَۃُ اللّٰہ ِتَعَالٰی عَلَیْہ फ़रमाते हैं : बुरे ख़ातिमे से अमन चाहते हो, तो अपनी सारी ज़िन्दगी अल्लाह पाक की इत़ाअ़त में बसर करो और हर हर गुनाह से बचो ।

(احیاء العلوم،۴ /۲۱۹۔۲۲۱ مُلَخصاً دار صادر بیروت, बुरे ख़ातिमे के अस्बाब, स. 30)

त़रह़ त़रह़ की हज़ारों सुन्नतें सीखने के लिये मक्तबतुल मदीना की मत़बूआ़ दो कुतुब बहारे शरीअ़त, ह़िस्सा 16 (312 सफ़ह़ात) और 120 सफ़ह़ात की किताब "सुन्नतें और आदाब" अमीरे अहले सुन्नत دَامَتْ بَرْکَاتُھُمُ الْعَالِیَہ के दो रिसाले "101 मदनी फूल" और "163 मदनी फूल" हदिय्यतन ह़ासिल कीजिये और पढ़िये । सुन्नतों की तरबिय्यत का एक बेहतरीन ज़रीआ़ दा'वते इस्लामी के मदनी क़ाफ़िलों में आ़शिक़ाने रसूल के साथ सुन्नतों भरा सफ़र भी है ।

शबे क़द्र की दुआ़

दा'वते इस्लामी के हफ़्तावार सुन्नतों भरे इजतिमाअ़ के मदनी ह़ल्क़ों में इस बार जदवल के मुत़ाबिक़ "शबे क़द्र की दुआ़" याद करवाई जाएगी ।

दुआ़ येह है :

          उम्मुल मोमिनीन, ह़ज़रते आ़इशा सिद्दीक़ा رَضِیَ اللّٰہُ تَعَالٰی عَنْھَا रिवायत फ़रमाती हैं, मैं ने अपने सरताज, साह़िबे मे'राज صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ की ख़िदमते बा बरकत में अ़र्ज़ की : या रसूलल्लाह صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ अगर मुझे शबे क़द्र का इ़ल्म हो जाए, तो क्या पढ़ूं ? सरकारे अबदे क़रार, शफ़ीए़ रोज़े शुमार صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ ने इरशाद फ़रमाया : इस त़रह़ दुआ़ मांगो ।

اَللّٰھُمَّ اِنَّکَ عَفُوٌّکَرِیْمٌ تُحِبُّ الْعَفْوَفَاعْفُ عَنِّیْ

तर्जमा : ऐ अल्लाह पाक ! बेशक तू मुआ़फ़ फ़रमाने वाला, दरगुज़र फ़रमाने वाला है और मुआ़फ़ करने को पसन्द फ़रमाता है, लिहाज़ा मुझे मुआ़फ़ फ़रमा दे ।

(سُنّن ترمذی شریف، ج:5، ص:306، حدیث:3524)

صَلُّوْا عَلَی الْحَبِیْب!                             صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلٰی مُحَمَّد