Jahannam Say Bachany Waly Aamal

Book Name:Jahannam Say Bachany Waly Aamal

नेकियों में बसर करने के बा वुजूद ब वक़्ते रुख़्सत 1N बुरे ख़ातिमे से दो चार हो ।

          उम्मुल मोमिनीन ह़ज़रते सय्यिदतुना आ़इशा सिद्दीक़ा C से रिवायत है कि जब अल्लाह करीम किसी बन्दे के साथ भलाई का इरादा फ़रमाता है, तो उस के मरने से एक साल पहले एक फ़िरिश्ता मुक़र्रर फ़रमा देता है जो उस को राहे रास्त पर लगाता रहता है ह़त्ता कि वोह खै़र (या'नी भलाई) पर मर जाता है और लोग कहते हैं : फ़ुलां शख़्स अच्छी ह़ालत पर मरा है । जब ऐसा ख़ुश नसीब और नेक शख़्स मरने लगता है, तो उस की जान निकलने में जल्दी करती है । उस वक़्त वोह अल्लाह पाक से मुलाक़ात को पसन्द करता है और अल्लाह पाक उस की मुलाक़ात को । जब अल्लाह पाक किसी के साथ बुराई का इरादा करता है, तो मरने से एक साल क़ब्ल एक शैत़ान उस पर मुसल्लत़ कर देता है जो उसे बहकाता रहता है ह़त्ता कि वोह अपने बद तरीन वक़्त में मर जाता है । उस के पास जब मौत आती है, तो उस की जान अटकने लगती है, उस वक़्त वोह शख़्स अल्लाह पाक से मिलने को पसन्द नहीं करता और अल्लाह पाक उस से मिलने को ।

(مُسنَد ابنِ راھَوَیْہ ج۳ ص۹۰۵ملتقطا , ग़ीबत की तबाहकारियां, स. 96)

o اَللّٰھُمَّ اَجِرۡنِیۡ مِنَ النَّار

ऐ अल्लाह मुझे (जहन्नम की) आग से नजात अ़त़ा फ़रमा ।

oیَامُجِیۡرُ یَامُجِیۡرُ یَامُجِیۡرُ

ऐ नजात देने वाले, ऐ नजात देने वाले, ऐ नजात देने वाले ।

oبِرَحۡمَتِکَ یَآاَرۡحَمَ الرّٰحِمِیۡنَ

अपनी रह़मत के सबब हम पर रह़म फ़रमा, ऐ सब से बढ़ कर रह़म फ़रमाने वाले ।

صَلُّوْا عَلَی الْحَبِیْب!                             صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلٰی مُحَمَّد

اَسْتَغْفِرُ اللہ                                          تُوْبُوْا اِلٰی اللہ

صَلُّوْا عَلَی الْحَبِیْب!                             صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلٰی مُحَمَّد