Book Name:Gunahon Ki Nahosat
मीठे मीठे इस्लामी भाइयो ! रमज़ान में गुनाह करने के ह़वाले से एक इ़ब्रत अंगेज़ ह़िकायत सुनिये और ख़ौफे़ ख़ुदावन्दी से लरज़िये ! ख़ास कर वोह लोग इस ह़िकायत से दर्से इ़ब्रत ह़ासिल करें जो रोज़ा रखने के बा वुजूद ताश, शत़रंज, लुड्डो, वीडियो गेम्ज़, फ़िल्में, ड्रामे, गाने, बाजे वग़ैरा वगै़रा बुराइयों से बाज़ नहीं रहते । चुनान्चे,
मन्क़ूल है : एक बार अमीरुल मोमिनीन, ह़ज़रते मौलाए काइनात, अ़लिय्युल मुर्तज़ा, शेरे ख़ुदा (کَرَّمَ اللّٰہُ تَعَالٰی وَجْھَہُ الْکَرِیْم) ज़ियारते क़ुबूर के लिये कूफ़ा के क़ब्रिस्तान तशरीफ़ ले गए, वहां एक ताज़ा क़ब्र पर नज़र पड़ी । आप کَرَّمَ اللّٰہُ تَعَالٰی وَجْھَہُ الْکَرِیْم को उस के ह़ालात मा'लूम करने की ख़्वाहिश हुई । चुनान्चे, बारगाहे ख़ुदावन्दी में अ़र्ज़ गुज़ार हुवे : या अल्लाह पाक ! इस मय्यित के ह़ालात मुझ पर मुन्कशिफ़ (या'नी ज़ाहिर) फ़रमा । अल्लाह पाक की बारगाह में आप की इल्तिजा फ़ौरन मस्मूअ़ हुई (या'नी सुनी गई) और देखते ही देखते आप के और उस मुर्दे के दरमियान जितने पर्दे ह़ाइल थे, तमाम उठा दिये गए, अब एक क़ब्र का भयानक मन्ज़र आप के सामने था । क्या देखते हैं कि मुर्दा आग की लपेट में है और रो रो कर आप کَرَّمَ اللّٰہُ تَعَالٰی وَجْھَہُ الْکَرِیْم से इस त़रह़ फ़रयाद कर रहा है : یَاعَلِیُّ ! اَنَا غَرِیْقٌ فِی النَّارِ وَحَرِیْقٌ فِی النَّارِ या’नी या अ़ली کَرَّمَ اللّٰہُ تَعَالٰی وَجْھَہُ الْکَرِیْم ! मैं आग में डूबा हुवा हूं और आग में जल रहा हूं । क़ब्र के दहशत नाक मन्ज़र और मुर्दे की दर्दनाक पुकार ने है़दरे कर्रार کَرَّمَ اللّٰہُ تَعَالٰی وَجْھَہُ الْکَرِیْم को बे क़रार कर दिया । आप کَرَّمَ اللّٰہُ تَعَالٰی وَجْھَہُ الْکَرِیْم ने अपने रह़मत वाले परवर दगार के दरबार में हाथ उठा दिये और निहायत ही आजिज़ी के साथ उस मय्यित की बख़्शिश के लिये दरख़ास्त पेश की । ग़ैब से आवाज़ आई : ऐ अ़ली (کَرَّمَ اللّٰہُ تَعَالٰی وَجْھَہُ الْکَرِیْم) ! आप (کَرَّمَ اللّٰہُ تَعَالٰی وَجْھَہُ الْکَرِیْم) इस की सिफ़ारिश न ही फ़रमाएं क्यूंकि रोज़े रखने के बा वुजूद येह शख़्स रमज़ानुल मुबारक की बे हु़र्मती करता, रमज़ानुल मुबारक में भी गुनाहों से बाज़ न आता था, दिन को रोज़े तो रख लेता मगर रातों को गुनाहों में मुब्तला रहता था । मौलाए काइनात, अ़लिय्युल मुर्तज़ा, शेरे ख़ुदा کَرَّمَ اللّٰہُ تَعَالٰی وَجْھَہُ الْکَرِیْم येह सुन कर