Gunahon Ki Nahosat

Book Name:Gunahon Ki Nahosat

       मीठे मीठे इस्लामी भाइयो ! आइये ! अब मुख़्तसरन चन्द गुनाह और उन की नुह़ूसतें और हलाकत ख़ेज़ियां सुनिये और उन से बचने का पक्का इरादा कीजिये । चुनान्चे, उन में से एक झूट भी है । येह वोह गन्दी आदत है कि दीनो दुन्या में झूटे का कहीं कोई ठिकाना नहीं । झूटा आदमी हर जगह ज़लीलो ख़्वार होता है और हर मजलिस और हर इन्सान के सामने बे वक़ार और बे ए'तिबार हो जाता है । रसूलुल्लाह صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ ने फ़रमाया : बन्दा कामिल मोमिन नहीं होता जब तक मज़ाक़ में भी झूट बोलना और झगड़ा करना न छोड़े, अगर्चे सच्चा हो । المسند'' للإمام أحمد بن حنبل، مسند أبي ہریرۃ، الحدیث: ۸۶۳۸،  ج۳، ص۲۶۸))

                इसी त़रह़ ग़ीबत की नुह़ूसत में से है कि येह बुरे ख़ातिमे का सबब है, ब कसरत ग़ीबत करने वाले की दुआ क़बूल नहीं होती, ग़ीबत से नमाज़ रोज़े की नूरानिय्यत चली जाती है । ग़ीबत की नुह़ूसत का अन्दाज़ा इस फ़रमाने मुस्त़फ़ा صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ से भी लगाया जा सकता है : اَلْغِیْبَۃُ اَشَدُّ مِنَ الزِّنَا ग़ीबत, बदकारी से बड़ा गुनाह है । (الترغیب والترہیب ، ج۳، ص۳۳۱ ، حدیث:۲۴)

        इसी त़रह़ चुग़ली के सबब भी घरों की बरबादी, आपस में रन्जिशें और बुग़्ज़ो कीना परवरिश पाता है और ऐसे शख़्स को अल्लाह पाक भी पसन्द नहीं फ़रमाता । ह़दीसे पाक में आता है कि अल्लाह पाक के नेक बन्दे वोह हैं जिन्हें देखें तो अल्लाह करीम याद आ जाए और अल्लाह पाक के बुरे बन्दे वोह हैं जो चुग़ल ख़ोरी करते, दोस्तों में जुदाई डालते और नेक लोगों के ऐ़ब तलाश करते हैं । ( مسند احمد، ۶/ ۲۹۱، حدیث ۱۸۰۲۰)

        चुग़ली की त़रह़ गाली गलोच से भी फ़ितना व फ़साद और आपस में नफ़रतें जन्म लेती हैं, ख़ून रेज़ियां, लड़ाइयां और बहुत सी तबाहकारियां रूनुमा होती हैं । नबिय्ये करीम صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ ने फ़रमाया : मुसलमान को गाली देना ख़ुद को हलाकत में डालने के मुतरादिफ़ है ।

(الترغیب والترھیب،کتاب الادب ،،ج۳،ص۳۷۷، الحدیث:۴۳۶۳)

        इसी त़रह़ ह़सद भी निहायत बुरी ख़स्लत और गुनाहे अ़ज़ीम है । ह़ासिद की सारी ज़िन्दगी जलन और घुटन की आग में जलती रहती है और उसे चैनो