Nabi-e-Kareem Ki Mubarak Shehzadiyon Kay Fazail

Book Name:Nabi-e-Kareem Ki Mubarak Shehzadiyon Kay Fazail

تَعَالٰی عَنْھَا का निकाह़ अमीरुल मोमिनीन, ह़ज़रते सय्यिदुना उ़स्माने ग़नी رَضِیَ اللّٰہُ تَعَالٰی عَنْہ के साथ फ़रमाया । 9 हिजरी में ह़ज़रते सय्यिदतुना उम्मे कुल्सूम رَضِیَ اللّٰہُ تَعَالٰی عَنْھَا की वफ़ात हुई । रसूले ख़ुदा, अह़मदे मुज्तबा صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ की इस शहज़ादी को भी येह ए'ज़ाज़ ह़ासिल हुवा कि इन के बाबाजान, रह़मते आ़लमिय्यान صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ ने इन की नमाज़े जनाज़ा ख़ुद पढ़ाई और इन्हें मदीनए मुनव्वरा के क़ब्रिस्तान "जन्नतुल बक़ीअ़" में दफ़्न भी फ़रमाया ।

(شرح زرقانی، الفصل الثانی فی ذکر اولادہ الکرام،۴/۳۲۵ ۔۳۲۷)

صَلُّوْا عَلَی الْحَبِیْب!            صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلٰی مُحَمَّد

8 मदनी कामों में से एक मदनी काम "मदनी मुज़ाकरा"

        मीठी मीठी इस्लामी बहनो ! اَلْحَمْدُ لِلّٰہ ! आ़शिक़ाने रसूल की मदनी तह़रीक दा'वते इस्लामी के मदनी माह़ोल में आक़ा करीम صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ और दीगर मुक़द्दस हस्तियों का अदब सिखाया जाता है, उन से मह़ब्बत का दर्स दिया जाता है और उन की सीरत पर अ़मल करने का ज़ेहन भी दिया जाता है, लिहाज़ा दा'वते इस्लामी के मदनी माह़ोल से हर दम वाबस्ता हो जाइये और अपने अ़लाके़ में ज़ैली ह़ल्के़ के 8 मदनी कामों की धूमें मचा दीजिये । ज़ैली ह़ल्के़ के 8 मदनी कामों में से एक मदनी काम "मदनी मुज़ाकरा" भी है ।

          हर इस्लामी बहन रोज़ाना इनफ़िरादी त़ौर पर या तमाम घर वालों को (जिन में ना मह़रम न हों) जम्अ़ कर के शैख़े त़रीक़त, अमीरे अहले सुन्नत دَامَتْ بَرْکَاتُھُمُ الْعَالِیَہ के सुन्नतों भरे बयानात और मदनी मुज़ाकरा नीज़ मक्तबतुल मदीना से जारी होने वाले दीगर मुबल्लिग़ीन के सुन्नतों भरे बयानात ज़रूर सुनें, मद्रसतुल मदीना (बालिग़ात) में हफ़्तावार और जामिअ़तुल मदीना में रोज़ाना "केसेट इजतिमाअ़" कीजिये (रोज़ाना सुन्नतों भरा बयान या मदनी मुज़ाकरा सुनने वालों से अमीरे अहले सुन्नत دَامَتْ بَرْکَاتُھُمُ الْعَالِیَہ बे इन्तिहा ख़ुश होते हैं) ।