Nabi-e-Kareem Ki Mubarak Shehzadiyon Kay Fazail

Book Name:Nabi-e-Kareem Ki Mubarak Shehzadiyon Kay Fazail

  1. फ़रमाया : चार चीज़ें नबियों की सुन्नत में दाख़िल हैं । निकाह़, मिस्वाक, ह़या और ख़ुश्बू लगाना ।

 ( مشکاۃالمصابیح، کتاب الطہارۃ، باب السواک، ۱/ ۸۸،حدیث:۳۸۲)

٭ आप صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ ख़ुश्बू का तोह़फ़ा रद्द नहीं फ़रमाते ।

(ترمذی،الشمائل،باب ماجاء فی تعطررسول اللہ،حدیث:۲۱۶،۵/۵۴۰)

٭ नमाज़ में रब्बे करीम से मुनाजात है, तो इस के लिये ज़ीनत करना, इ़त़्र लगाना मुस्तह़ब है । (नेकी की दा'वत, स. 207) ٭ आप صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ हमेशा उ़म्दा ख़ुश्बू इस्ति'माल करते और इसी की दूसरे लोगों को भी तल्क़ीन फ़रमाते । (सुन्नतें और आदाब, स. 83) ٭ ना ख़ुश गवार बू आप صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ ना पसन्द फ़रमाते । (सुन्नतें और आदाब, स. 83) ٭ औ़रतों के लिये महक की मुमानअ़त उस सूरत में है जब कि वोह ख़ुश्बू अजनबी मर्दों तक पहुंचे, अगर वोह घर में इ़त़्र लगाएं जिस की ख़ुश्बू ख़ावन्द या औलाद, मां-बाप तक ही पहुंचे, तो ह़रज नहीं । (सुन्नतें और आदाब, स. 85) ٭ इस्लामी बहनों को ऐसी ख़ुश्बू नहीं लगानी चाहिये जिस की ख़ुश्बू उड़ कर ग़ैर मर्दों तक पहुंच जाए । (सुन्नतें और आदाब, स. 86) ٭ सरकारे मदीना صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ की आ़दते करीमा थी कि आप صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ "मुश्क" सरे अक़्दस के मुक़द्दस बालों और दाढ़ी मुबारक में लगाते । (सुन्नतें और आदाब, स. 83) ٭ ऐर फ़्रेशनर के इस्ति'माल से इजतिनाब करना चाहिये । (सुन्नतें और आदाब, स. 84)

صَلُّوْا عَلَی الْحَبِیْب!      صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلٰی مُحَمَّد