Book Name:Nabi-e-Kareem Ki Mubarak Shehzadiyon Kay Fazail
اَلْحَمْدُلِلّٰہ ! कई इस्लामी बहनें भी मदनी मुज़ाकरे की बरकत से अपनी गुनाहों भरी ज़िन्दगी से तौबा कर चुकी हैं । आइये ! निय्यत करती हैं कि हम भी हर हफ़्ते मदनी मुज़ाकरा देखने को यक़ीनी बनाएंगी और दूसरी इस्लामी बहनों को भी मदनी मुज़ाकरा देखने की दा'वत देती रहेंगी, اِنْ شَآءَ اللّٰہ । हफ़्तावार मदनी मुज़ाकरे के इ़लावा मुख़्तलिफ़ मवाक़ेअ़ पर भी मदनी मुज़ाकरों का सिलसिला होता है, मसलन मोह़र्रमुल ह़राम के 10 मदनी मुज़ाकरे, माहे रबीउ़ल अव्वल (बारहवीं) के 12 मदनी मुज़ाकरे, माहे रबीउ़ल आख़िर (ग्यारहवीं) के 11 मदनी मुज़ाकरे, माहे रमज़ान में रोज़ाना 2 मदनी मुज़ाकरे, माहे ज़ुल ह़िज्जतिल ह़राम के 10 मदनी मुज़ाकरे वग़ैरा ।
8 मदनी कामों में से हफ़्तावार इस मदनी काम "मदनी मुज़ाकरा" की तफ़्सीली मा'लूमात जानने के लिये मक्तबतुल मदीना के रिसाले "हफ़्तावार मदनी मुज़ाकरा" का मुत़ालआ़ कीजिये, दा'वते इस्लामी की तमाम ज़िम्मेदार इस्लामी बहनें तो इस रिसाले का लाज़िमी मुत़ालआ़ फ़रमाएं ।
صَلُّوْا عَلَی الْحَبِیْب! صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلٰی مُحَمَّد
मीठी मीठी इस्लामी बहनो ! आइये ! अब हम ह़ुज़ूरे अकरम, रसूले मोह़्तशम صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ की सब से लाडली शहज़ादी और ख़ातूने जन्नत ह़ज़रते सय्यिदतुना फ़ात़िमा ज़हरा رَضِیَ اللّٰہُ تَعَالٰی عَنْھَا का ज़िक्रे ख़ैर भी सुनती हैं । पहले आप رَضِیَ اللّٰہُ تَعَالٰی عَنْھَا का मुख़्तसर तआ़रुफ़ मुलाह़ज़ा कीजिये । चुनान्चे,
ख़ातूने जन्नत رَضِیَ اللّٰہُ تَعَالٰی عَنْھَا का मुख़्तसर तआ़रुफ़
आप رَضِیَ اللّٰہُ تَعَالٰی عَنْھَا का नाम "फ़ात़िमा" लक़ब "ज़हरा" और "बतूल" है । आप رَضِیَ اللّٰہُ تَعَالٰی عَنْھَا का बचपन शरीफ़ और ज़िन्दगी का हर लम्ह़ा निहायत ही पाकीज़ा था । आप رَضِیَ اللّٰہُ تَعَالٰی عَنْھَا ने ह़ुज़ूर नबिय्ये करीम صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ और उम्मुल मोमिनीन, ह़ज़रते सय्यिदतुना ख़दीजतुल कुब्रा رَضِیَ اللّٰہُ تَعَالٰی عَنْھَا की आग़ोशे रह़मत में तरबिय्यत पाई । आप رَضِیَ اللّٰہُ تَعَالٰی عَنْھَا दिन रात अपने वालिदैन