Book Name:Nabi-e-Kareem Ki Mubarak Shehzadiyon Kay Fazail
तल्क़ीन फ़रमाई और ख़ुद भी कई दिनों से फ़ाक़ों पर सब्र किये हुवे थे । इस लिये हमें भी चाहिये कि चाहे कैसे ही ह़ालात हों, हर ह़ाल में सब्र और शुक्र ही से काम लें, हरगिज़ शिक्वा शिकायात को ज़बान पर मत लाएं, अल्लाह पाक ने चाहा, तो तमाम मसाइल ह़ल होना शुरुअ़ हो जाएंगे । इस के इ़लावा आ़शिक़ाने रसूल की मदनी तह़रीक दा'वते इस्लामी के मदनी माह़ोल से वाबस्ता रहना भी सब्रो शुक्र का ख़ज़ाना ह़ासिल करने का एक बेहतरीन ज़रीआ़ है ।
صَلُّوْا عَلَی الْحَبِیْب! صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلٰی مُحَمَّد
दा'वते इस्लामी के मदनी माह़ोल से वाबस्ता हो जाइये और इस्लाम के पैग़ाम को आ़म करने के लिये दा'वते इस्लामी का साथ दीजिये । اَلْحَمْدُ لِلّٰہ दा'वते इस्लामी कमो बेश 104 शो'बाजात में नेकी की दा'वत की धूमें मचाने में मसरूफे़ अ़मल है, इन में से एक शो'बा "मजलिसे तक़्सीमे रसाइल" भी है । आप मक्तबतुल मदीना से कुतुब व मदनी रसाइल और ममोरी कार्डज़ ख़रीद कर ख़ुद भी तक़्सीमे रसाइल की तरकीब बना सकते हैं और दा'वते इस्लामी की मजलिस "तक़्सीमे रसाइल" से राबित़ा कर के अपने मर्ह़ूमीन के ईसाले सवाब के लिये शादी, बियाह, आ'रास, तीजा, चेहलूम वग़ैरा मवाके़अ़ पर बस्ता लगवा कर मक्तबतुल मदीना की कुतुब व मदनी रसाइल मुफ़्त तक़्सीम करवा सकते हैं । अल्लाह करीम हमें तक़्सीमे रसाइल जैसे अ़ज़ीमुश्शान कारे ख़ैर में न सिर्फ़ ख़ुद ह़िस्सा लेने बल्कि दूसरों को भी तक़्सीमे रसाइल की तरग़ीब दिलाने का जज़्बा नसीब फ़रमाए । اٰمِیْن بِجَاہِ النَّبِیِ الْاَمِیْن صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ
صَلُّوْا عَلَی الْحَبِیْب! صَلَّی اللّٰہُ تَعَالٰی عَلٰی مُحَمَّد