Andheri Qabar

Book Name:Andheri Qabar

(2) ख़ियानत

          दूसरा वोह अ़मल जिस से बचना बन्दे को क़ब्र में फाएदा दे सकता है, वोह है ख़ियानत । नबिय्ये करीम صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ وَاٰلِہٖ وَسَلَّم ने इरशाद फरमाया : जो अपने भाई को किसी मुआ़मले में मशवरा दे, ह़ालांकि वोह जानता है कि दुरुस्ती उस मशवरे के इ़लावा में है, तो इस ने उस के साथ ख़ियानत की । (ابوداؤد،کتاب العلم،باب کراہیۃ منع العلم،۳/۴۴۹،حدیث:۳۶۵۷) यानी अगर कोई मुसलमान किसी से मशवरा करे और मशवरा देने वाला जानबूझ कर ग़लत़ मशवरा दे ताकि मशवरा लेने वाला मुसीबत में गिरिफ़्तार हो जाए, तो ऐसा मुशीर (यानी मशवरा देने वाला) पक्का ख़ाइन (यानी ख़ियानत करने वाला) है । (मिरआतुल मनाजीह़, 1 / 212) अल्लाह पाक हमें हर क़िस्म की ख़ियानत से मह़फ़ूज़ फ़रमाए ।

اٰمِیْن بِجَاہِ النَّبِیِّ الْاَمِیْن صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ وَاٰلِہٖ وَسَلَّم

(3) चुग़ली

          वोह आमाल जिन से बचना क़ब्र में सुकून का बाइ़स बनता है, उन में से एक चुग़ली भी है । लोगों में फ़साद करवाने के लिए उन की बातें एक दूसरे तक पहुंचाना "चुग़ली" है । (شرح نووی،کتاب الايمان،باب بیان غلظ تحریم النمیۃ،۲/۱۱۲) अल्लाह पाक के नबी صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ وَاٰلِہٖ وَسَلَّم का फ़रमान है : अल्लाह पाक के बुरे बन्दे वोह हैं जो चुग़ल ख़ोरी करते, दोस्तों में जुदाई डालते और नेक लोगों के ऐ़ब तलाश करते हैं । (مسنداحمد،مسندالشامیین،۶/۲۹۱، حدیث:۱۸۰۲۰) लिहाज़ा हमें चुग़ल ख़ोरी से भी बचना चाहिए । अल्लाह पाक हमें चुग़ली से बचने की तौफ़ीक़ अ़त़ा फ़रमाए ।

اٰمِیْن بِجَاہِ النَّبِیِّ الْاَمِیْن صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ وَاٰلِہٖ وَسَلَّم

(4) पेशाब के छींटों से न बचना

          ऐसे काम जो क़ब्र के अ़ज़ाब का बाइ़स बन सकते हैं, उन में से चौथा काम पेशाब के छींटों से न बचना है । अपने कपड़ों और बदन की पाकी का ख़याल न रखना यक़ीनन एक ख़राब आ़दत है जो बन्दे को कई दीनी फ़वाइद से मह़रूमी के साथ साथ अ़ज़ाबे क़ब्र में मुब्तला कर सकती है । आइए ! इसी ह़वाले से नबिय्ये करीम صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ وَاٰلِہٖ وَسَلَّم की अह़ादीसे मुबारका सुनिए । चुनान्चे, इरशाद फ़रमाया : अ़ज़ाबे क़ब्र उ़मूमन पेशाब (के छींटों से न बचने) की वज्ह से होता है ।  (معجم کبیر،۱۱/۶۹، حدیث:۱۱۱۲۰) एक और मक़ाम पर फ़रमाया : क़ब्र का अ़ज़ाब पेशाब (के छींटों से न बचने) की वज्ह से होता है, लिहाज़ा इस से बचो । (ابن ماجۃ،ابواب الطہارۃ،باب التشدیدفی البول،۱/۲۱۹، حدیث:۳۴۸)

          इन अह़ादीसे मुबारका पर अ़मल करते हुवे हमें भी चाहिए कि हम भी हर क़िस्म की नापाकी और बिल ख़ुसूस पेशाब के छींटों से ख़ुद को बचाएं, अल्लाह पाक हमें नजासत से बचने और पाकीज़ा रेहने की तौफ़ीक़ अ़त़ा फ़रमाए । اٰمِیْن بِجَاہِ النَّبِیِّ الْاَمِیْن صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ وَاٰلِہٖ وَسَلَّم

صَلُّوْا عَلَی الْحَبِیْب!       صَلَّی اللّٰہُ عَلٰی مُحَمَّد