Book Name:Narmi Kaisy Paida Karain
मुसाफ़ह़ा और इनफ़िरादी कोशिश करूंगी । ٭ दौराने बयान मोबाइल के ग़ैर ज़रूरी इस्तिमाल से बचूंगी, न बयान रीकॉर्ड करूंगी, न ही और किसी क़िस्म की आवाज़ (कि इस की इजाज़त नहीं) । जो कुछ सुनूंगी, उसे सुन और समझ कर, उस पे अ़मल करने और उसे बा'द में दूसरों तक पहुंचा कर नेकी की दावत आम करने की सआदत ह़ासिल करूंगी ।
صَلُّوْا عَلَی الْحَبِیْب! صَلَّی اللّٰہُ عَلٰی مُحَمَّد
प्यारी प्यारी इस्लामी बहनो ! याद रखिये ! नर्मी रब्बे करीम की एक बहुत अच्छी नेमत है । जिस ख़ुश नसीब इस्लामी बहन को येह नेमत अ़त़ा की जाती है, उस के अख़्लाक़ बेहतर होते चले जाते हैं और दूसरी इस्लामी बहनें भी उस से मह़ब्बत करती हैं । तो आइये ! आज के इस हफ़्तावार सुन्नतों भरे इजतिमाअ़ में हम नर्मी (Politeness) के तअ़ल्लुक़ से कुछ वाक़िआ़त व ह़िकायात और अह़ादीस व रिवायात सुनती हैं । आइये ! पहले नर्मी के तअ़ल्लुक़ से एक ईमान ताज़ा करने वाला वाक़िआ़ सुनती हैं । चुनान्चे,
तौरात के आ़लिम का क़बूले इस्लाम
ह़ज़रते सय्यिदुना ज़ैद बिन साना رَضِیَ اللّٰہُ عَنْہ जो क़बूले इस्लाम से पहले तौरात के आ़लिम थे, उन्हों ने ह़ुज़ूरे अन्वर صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ से खजूरें खरीदी थीं, खजूरें देने की मुद्दत में अभी एक दो दिन बाक़ी थे कि उन्हों ने भरी मह़फ़िल में ह़ुज़ूरे पाक صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ से सख़्ती के साथ तक़ाज़ा किया और आप صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ का दामन और चादर पकड़ कर तेज़ नज़रों से आप صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ की त़रफ़ देखा । येह मन्ज़र देख कर अमीरुल मोमिनीन, ह़ज़रते उ़मर رَضِیَ اللّٰہُ عَنْہ ने जलाल भरी नज़रों से देख कर कहा : ऐ ख़ुदा के दुश्मन ! तू रसूले पाक صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ से ऐसी गुस्ताख़ी कर रहा है ? ख़ुदा पाक की क़सम ! अगर रसूले अकरम صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ यहां न होते, तो मैं अभी अपनी तलवार से तेरा सर उड़ा देता । येह सुन कर आप صَلَّی اللّٰہُ عَلَیْہِ واٰلِہٖ وَسَلَّمَ ने फ़रमाया : ऐ उ़मर (رَضِیَ اللّٰہُ عَنْہ)