Book Name:Ilm-e-Deen Kay Fazail
कसीर मस्जिदें आबाद हैं । कई असातिज़ा व त़लबा जामिअ़तुल मदीना व मद्रसतुल मदीना ऑन लाइन के ज़रीए़ दुन्या भर के आ़शिक़ाने रसूल को ता'लीमे क़ुरआन और इ़ल्मे दीन की रौशनी से मुनव्वर करने की कोशिश में मसरूफ़ हैं, कई असातिज़ा व त़लबा दा'वते इस्लामी के मुख़्तलिफ़ शो'बाजात में दीनी ख़िदमात पेश कर रहे हैं । इसी त़रह़ जामिअ़तुल मदीना (लिल बनात) की मुदर्रिसात व त़ालिबात (या'नी पढ़ाने वाली मदनिय्या इस्लामी बहनें और त़ालिबात) भी दा'वते इस्लामी के मुख़्तलिफ़ शो'बाजात में होने वाले मदनी कामों में ह़िस्सा लेने की सआ़दत ह़ासिल करती हैं । इस्लामी बहनों की आ़लमी मजलिसे मुशावरत के तह़त इस्लामी बहनों के 8 मदनी कामों में अ़मली त़ौर पर शामिल हो कर नेकी की दा'वत की धूमें मचाने की कोशिश करती हैं । (फ़ैज़ाने सुन्नत, स. 589, मुल्तक़त़न)
صَلُّوْا عَلَی الْحَبِیْب! صَلَّی اللّٰہُ عَلٰی مُحَمَّد
12 मदनी कामों में से एक मदनी काम "इनफ़िरादी कोशिश"
ऐ आ़शिक़ाने रसूल ! अमीरे अहले सुन्नत دَامَتْ بَرْکَاتُھُمُ الْعَالِیَہ ने हमें एक मदनी मक़्सद अ़त़ा फ़रमाया है कि "मुझे अपनी और सारी दुन्या के लोगों की इस्लाह़ की कोशिश करनी है, اِنْ شَآءَ اللّٰہ ।" अपनी इस्लाह़ के लिये मदनी इनआ़मात पर अ़मल और सारी दुन्या के लोगों की इस्लाह़ की कोशिश के लिये मदनी क़ाफ़िलों में सफ़र का मा'मूल बना लीजिये, 12 मदनी कामों में बढ़ चढ़ कर शामिल हो जाइये कि 12 मदनी कामों में से एक मदनी काम "इनफ़िरादी कोशिश" भी है । मुसलमानों को नेक, नमाज़ी और सुन्नतों का आ़दी बनाने और उन्हें गुनाहों से बचाने के लिये उन पर इनफ़िरादी कोशिश शुरूअ़ कर दीजिये । मदनी क़ाफ़िलों के इ़लावा भी जब किसी इस्लामी भाई से मुलाक़ात हो, तो शफ़्क़त व मह़ब्बत भरे अन्दाज़ में इनफ़िरादी कोशिश कीजिये, اِنْ شَآءَ اللّٰہ इस की ढेरों बरकतें ज़ाहिर होंगी ।
اَلْحَمْدُ لِلّٰہ इनफ़िरादी कोशिश की तरग़ीबें तो "72 मदनी इनआ़मात" नामी रिसाले में भी मौजूद हैं । चुनान्चे, मदनी इनआ़म नम्बर 22 है : क्या आज आप ने कम अज़ कम दो इस्लामी भाइयों को इनफ़िरादी कोशिश के ज़रीए़ मदनी क़ाफ़िले व मदनी इनआ़मात की तरग़ीब दिलाई ? मदनी इनआ़म नम्बर 52 है : क्या आप ने इस हफ़्ते इजतिमाअ़ के फ़ौरन बा'द ख़ुद आगे बढ़ कर इनफ़िरादी कोशिश करते हुवे नए नए इस्लामी भाइयों से मुलाक़ात का शरफ़ ह़ासिल कर के उन का नाम, पता और फ़ोन नम्बर ह़ासिल किया ? (कम अज़ कम चार से मुलाक़ात और कम अज़ कम एक का पता वग़ैरा ज़रूर लीजिये फिर उन से राबित़ा भी रखिये)
याद रहे ! ٭ इनफ़िरादी कोशिश की बरकत से नमाज़े बा जमाअ़त पढ़ने वालों में इज़ाफ़ा होता है । ٭ इनफ़िरादी कोशिश की बरकत से मदनी दर्स और नमाज़े फ़ज्र के बा'द मदनी ह़ल्के़ में शरीक होने वालों की ता'दाद बढ़ जाती है । ٭ इनफ़िरादी कोशिश की बरकत से सुन्नतों की तरबिय्यत के लिये मदनी क़ाफ़िलों में सफ़र के लिये इस्लामी भाई तय्यार किये जा सकते हैं । ٭ इनफ़िरादी कोशिश से मस्जिदों को आबाद रखने में मदद