Tazeem-e-Mustafa Ma Jashne Milad Ki Barakaten

Book Name:Tazeem-e-Mustafa Ma Jashne Milad Ki Barakaten

नस्ब परचम हो गया, अह्लंव व सहलन मरह़बा

(वसाइले बख़्शिश मुरम्मम, स. 146)

       हर इस्लामी बहन ह़स्बे तौफ़ीक़ ज़ियादा वरना 112 या कम अज़ कम 12 रुपये के मक्तबतुल मदीना के रसाइल और मदनी फूलों के मुख़्तलिफ़ पेम्फ़लेट तक़्सीम करवाएं । इसी त़रह़ सारा साल तक़्सीमे रसाइल का एहतिमाम फ़रमा कर नेकी की दा'वत की धूमें मचाइये । शादी, ग़मी की तक़ारीब में और मर्ह़ूमों के ईसाले सवाब की ख़ात़िर भी "तक़्सीमे रसाइल" की तरकीब कीजिये ! और दीगर मुसलमानों को इस की तरग़ीब दीजिये ।

बांट कर मदनी रसाइल दीन को फैलाइये

कर के राज़ी ह़क़ को ह़क़दारे जिनां बन जाइये

       सगे मदीना का तह़रीर कर्दा पेम्फ़लेट "जश्ने विलादत के 12 मदनी फूल" मुमकिन हो, तो 112 वरना कम अज़ कम 12 अ़दद नीज़ हो सके, तो रिसाला "सुब्ह़े बहारां" 12 अ़दद मक्तबतुल मदीना से हदिय्यतन ह़ासिल कर के तक़्सीम कीजिये । اَلْحَمْدُ لِلّٰہ सुन्नतों भरे बयान का केसेट सुन कर कई लोगों की इस्लाह़ होने की ख़बरें हैं, लिहाज़ा ऐसी केसेटें और V.C.D’s सुन्नतों भरे बयानात व मदनी मुज़ाकरात के मेमोरी कार्डज़ लोगों तक पहुंचाना, दीन की अ़ज़ीम ख़िदमत और बे इन्तिहा सवाब का बाइ़स है, तो जिस से बन पड़े जश्ने विलादत की ख़ुशी में बयान की केसेटें, V.C.D’s और मेमोरी कार्डज़ ख़ूब तक़्सीम फ़रमाइये और तब्लीग़े दीन में ह़िस्सा लीजिये । शादियों के मवाक़ेअ़ पर "शादी कार्ड" के साथ मदनी रिसाला और हो सके, तो बयान का केसेट, V.C.D और बयान कर्दा मेमोरी कार्ड भी शामिल कीजिये । ई़द कार्डज़ का रवाज ख़त्म कर के इस की जगह भी येही राइज कीजिये ताकि जो रक़म ख़र्च हो उस से दीन का भी फ़ाइदा हो । मुझे लोग क़ीमती ई़द कार्डज़ भिजवाते हैं, इस से दिल ख़ुश होने के बजाए जलता है । काश ! ई़द कार्ड पर ख़र्च होने वाली रक़म दीन के काम में सर्फ़ की जाती ! नीज़ उस पर लगी हुई अफ़्शां (या'नी चमकदार पाउडर) से सख़्त परेशानी होती है ।

उन के दर पे पलने वाला अपना आप जवाब

कोई ग़रीब नवाज़ तो कोई दाता लगता है

       ज़िम्मेदार इस्लामी बहनें घरों में बिगै़र माइक इजतिमाआ़त फ़रमाएं, रबीउ़ल अव्वल शरीफ़ के दौरान होने वाले तमाम इजतिमाआ़त में जिन से हो सके वोह सारा महीना मदनी परचम साथ लाया करें । ग्यारह की शाम को वरना 12वीं शब को ग़ुस्ल कीजिये, हो सके तो इस ई़दों की ई़द की ता'ज़ीम की निय्यत से नया लिबास, चप्पल, तस्बीह़, इ़त़्र की शीशी, क़लम, पेड वग़ैरा अपनी इस्ति'माल की हर चीज़ मुमकिना सूरत में नई लीजिये ।

आई नई ह़ुकूमत सिक्का नया चलेगा