$header_html

Book Name:Khof e Khuda Main Rone Ki Ahamiyat

12 मदनी कामों में से एक "यौमे तात़ील एतिकाफ़"

          प्यारे प्यारे इस्लामी भाइयो ! अम्बियाए किराम عَلَیْہِمُ السَّلَام का ख़ौफे़ ख़ुदा में डूबे रेहना और इस में आंसू बहाना मरह़बा ! हमें भी अपने अन्दर ख़ौफे़ ख़ुदा पैदा करने की कोशिश करनी चाहिए । اَلْحَمْدُ لِلّٰہ आ़शिक़ाने रसूल की मदनी तह़रीक दावते इस्लामी के मदनी माह़ोल की जहां और बे शुमार बहारें हैं, वहीं एक बहार येह भी है कि इस मदनी माह़ोल की बरकत से ख़ौफे़ ख़ुदा में रोना नसीब होता है । येही मदनी माह़ोल फ़िक्रे आख़िरत में बे क़रारी की कैफ़िय्यत पैदा करता है, येही मदनी माह़ोल क़ब्रो आख़िरत की याद दिल में पैदा करता है, येही मदनी माह़ोल ग़मे मदीना और इ़श्के़ रसूल में रोने का ज़ेहन देता है । लिहाज़ा आप भी इस मदनी माह़ोल से वाबस्ता हो जाइए, ज़ैली ह़ल्के़ के 12 मदनी कामों में ख़ूब ख़ूब ह़िस्सा लीजिए, बिल ख़ुसूस दावते इस्लामी के तह़त होने वाले हफ़्तावार सुन्नतों भरे इजतिमाअ़, हफ़्तावार मदनी मुज़ाकरे और हर माह आ़शिक़ाने रसूल के साथ क़ाफ़िलों में सफ़र को अपना मामूल बना लीजिए । इन मदनी कामों की बरकत से आ़शिक़ाने रसूल की सोह़बत नसीब होगी जो दिल में रिक़्क़त पैदा करने के साथ फ़िक्रे आख़िरत में कुढ़ने का ज़ेहन बेदार करेगी । ज़ैली ह़ल्के़ के 12 मदनी कामों में से हफ़्तावार एक मदनी काम "यौमे तात़ील एतिकाफ़" भी है । छुट्टी वाले दिन शहर के मख़्सूस अ़लाक़ों और गांव, गोठों में जा कर वहां की मसाजिद को आबाद करने के साथ साथ मक़ामी आ़शिक़ाने रसूल को नेकी की दावत दे कर इ़ल्मे दीन सीखने, सिखाने का ज़ेहन दिया जाता है ।

          ٭ اَلْحَمْدُ لِلّٰہ यौमे तात़ील एतिकाफ़ इस्लामी भाइयों को सुन्नतें व आदाब और मदनी दर्स वग़ैरा का त़रीक़ा सिखाने का बेहतरीन ज़रीआ़ है । ٭ यौमे तात़ील एतिकाफ़ की बरकत से मसाजिद आबाद होती हैं । ٭ यौमे तात़ील एतिकाफ़ की बरकत से एतिकाफ़ की निय्यत से मस्जिद में गुज़रने वाला हर हर लम्ह़ा इ़बादत में गुज़ारने का मौक़अ़ मिलेगा । ٭ यौमे तात़ील एतिकाफ़ की बरकत से मस्जिद से मह़ब्बत करने और उस में अपना ज़ियादा से ज़ियादा वक़्त गुज़ारने की फ़ज़ीलत ह़ासिल होगी ।

          12 मदनी कामों में से हफ़्तावार इस मदनी काम "यौमे तात़ील एतिकाफ़" की तफ़्सीली मालूमात जानने के लिए मक्तबतुल मदीना के रिसाले "यौमे तात़ील एतिकाफ़" का मुत़ालआ़ कीजिए, तमाम इस्लामी भाई इस रिसाले का लाज़िमी मुत़ालआ़ फ़रमाएं, येह रिसाला मक्तबतुल मदीना पर दस्तयाब होने के साथ साथ दावते इस्लामी की वेबसाइट www.dawateislami.net से भी पढ़ा जा सकता है ।

          इस रिसाले के मुत़ालए़ से मज़ीद आप जान सकेंगे : ٭ यौमे तात़ील एतिकाफ़ क्या है ? ٭ यौमे तात़ील एतिकाफ़ का शिडयूल । ٭ मदनी कामों की मज़बूत़ी का ज़रीआ़ । ٭ गांव, गोठ और दावते इस्लामी । ٭ यौमे तात़ील एतिकाफ़ से मुतअ़ल्लिक़ चन्द सुवाल जवाब । ٭ यौमे तात़ील एतिकाफ़ के 14 फ़वाइद वग़ैरा । आइए ! तरग़ीब के लिए दावते इस्लामी के मदनी माह़ोल से वाबस्तगी का एक वाक़िआ़ सुनते हैं । चुनान्चे,

 



$footer_html